भोपाल। सीएम शिवराज सिंह एक बार फिर आचार संहिता उल्लंघन की जद में आ गए हैं। हालांकि हर बार जिला निर्वाचन अधिकारी उन्हे बचा ले जाते हैं। मामला रायसेन जिले के सुल्तानपुर का है। यहां से शिवराज सिंह ने जनादेश यात्रा का शुभारंभ किया। शिवराज की सभा में महिलाओं को साड़ियां बांटी गईं और रिश्वत स्वरूप दी गईं साड़ियां पहनकर महिलाएं सभा में आईं। शिवराज सिंह ने इस पर कोई आपत्ति नहीं उठाई।
बुधवार को रायसेन जिले के सुल्तानपुर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की जनादेश यात्रा की शुरुआत हुई। सभा में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री को दोपहर 2 बजे पहुंचना था लेकिन उनके आने में देरी के चलते सभा में उपस्थित सभा के लिए लोकगीत गायिका संजो बघेल को बुलवाया गया। सभा में आने के लिए महिलाओं को साड़ियां भी बांटी गई। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण सभा में आई सभी महिलाए केसरिया रंग की एक सी साड़ी पहने थीं। सभा में महिलाओं ने बताया कि सभा से पहले सुबह यह साड़ियां भाजपा के लोग देकर गए थे। इसी साड़ी को पहनकर सभा में आने के लिए कहा गया था।
साड़ियां सबको नजर आईं, शिवराज सिंह ने आपत्ति तक नहीं उठाई
मामले में कहा जा रहा है कि भाजपा नेताओं ने सभा शुरू होने से पहले ही साड़ियां बांट दीं थीं। लेकिन यहां ध्यान देने योग्य बात यह है कि सभी महिलाएं सभा में एक जैसी साड़ियां पहनकर आईं। उनके हाथ में भाजपा के पेम्पलेट्स भी थे। सबको नजर आया कि यह आचार संहिता का उल्लंघन हो गया परंतु शिवराज सिंह ने इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई। इससे पहले भी शिवराज सिंह बिना अनुमति वाले संत सम्मेलन में अतिथि बनकर पहुंच गए थे। उन्होंने संतों से आशीर्वाद मांगा। जांच में लिखा गया कि उन्होंने वोट की अपील नहीं की थी।
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