भोपाल। मध्यप्रदेश में शायद रीवा विधानसभा एकमात्र ऐसी सीट होगी जहां ईवीएम मशीन से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से चुनाव सम्पन्न कराए जाएंगे क्योंकि यहां कुल प्रत्याशियों की संख्या 74 के पार हो गई है जबकि ईवीएम मशीन में अधिकतम 64 उम्मीदवारों के लिए वोटिंग कराए जाने की क्षमता है।
बता दें कि पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा 214 नामांकन रीवा में ही दाखिल किए गए हैं। रीवा में आखिरी दिन में 107 नामांकन पत्र भरे गए। विधानसभा क्षेत्र 69 सिमरिया से 13 नामांकन भरे गए। वहीं अगर रीवा जिले की बात करें तो वहां सबसे ज्यादा नामांकन पत्र रीवा विधानसभा क्षेत्र 74 में भरे गए हैं। अब नाम निर्देशित पत्र वापसी 14 नवंबर को दोपहर तक चलेगी। यदि उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस नहीं लिए तो परीक्षण में उनके नामांकन रद्द नहीं हुए तो यहां ईवीएम से चुनाव नहीं हो पाएंगे।
चुनाव आयोग के मुताबिक प्रत्येक ईवीएम अधिकतम 64 अभ्यर्थियों के लिए काम कर सकती है। एक बैलेटिंग यूनिट में 16 अभ्यर्थियों के लिए प्रावधान है। यदि अभ्यर्थियों की कुल संख्या 16 से ज्यादा हो जाती है तो पहली बैलेटिंग यूनिट के साथ-साथ एक दूसरी बैलटिंग यूनिट जोड़ी जा सकती है। इसी प्रकार, अगर यह संख्या 32 से ज्यादा हो तो एक तीसरी बैलेटिंग यूनिट और अगर 48 से ज्यादा हो तो एक चौथी यूनिट अधिकतम 64 अभ्यर्थियों के लिए जोड़ी जा सकती है लेकिन अगर किसी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव लड़ने वालों की संख्या 64 से भी अधिक हो जाए तो ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ऐसे निर्वाचन क्षेत्र में मत पेटी एवं मत पत्र के माध्यम से किए जाने वाले मतदान की पारंपरिक प्रणाली को अपनाना पड़ेगा। आयोग ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी दी है।