भोपाल।
सीहोर से भाजपा प्रत्याशी अरुण यादव के नजदीकी पूर्व प्रवक्ता केके मिश्रा
ने सीहोर का मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने चुनाव आयोग के शिकायत की है
कि सीहोर के एसपी राजेश सिंह चंदेल भाजपा नेताओं के दामाद हैं एवं कलेक्टर
तरुण पिथौड़े भाजपा प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान की प्रचारक पत्नी साधना
सिंह के ऐजेंट की तरह काम कर रहे हैं। कांग्रेस ने दोनों अधिकारियों को
बदलने की मांग की है।
वार रुम के प्रभारी केके
मिश्रा ने कलेक्टर तरुण पिथौडे पर आरोप लगाया है कि वे भाजपा के चुनाव
संचालक बन गए हैं और रेत माफियाओं को उनका समर्थन मिला हुआ है। वहीं सीहोर
पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल जबलपुर में भाजपा से लोकसभा का चुनाव लड़
चुके रविनंदन सिंह व भाजपा की पूर्व महापौर सुशीला सिंह के दामाद हैं और
उनकी नियुक्ति भी राजनैतिक कारणों से हुई है। इसके साथ ही यादव ने कहा है
कि समूचे बुधनी निर्वाचन क्षेत्र को अतिसंवेदनशील घोषित किया जाए और
प्रशासनिक षड्यंत्रों पर भी निगाह रखी जाए। मिश्रा ने आयोग के लिखे पत्र
में कहा है कि बुधनी में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कलेक्टर तरुण पिथौडे
और एसपी राजेश सिंह चंदेल को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
समूचे निर्वाचन क्षेत्र को अतिसंवेदनशील घोषित किया जाए
कांग्रेस
प्रत्याशी अरुण यादव का मानना है कि यह क्षेत्र मुख्यमंत्री का निर्वाचन
क्षेत्र है, जहां मुख्यमंत्री के अलावा इसी क्षेत्र से मुख्यमंत्री ने अपने
एक दर्जन करीबियों को कै बीनेट व राज्यमंत्रियों का दर्जा बनाकर क्षेत्र
में अपनी समानांतर सरकार बना रखी है, जो हर तरह से बेजा प्रशासनिक सहयोग
लेकर आयोग की मंशाओं पर पलीता लगा रही है। हमें आशंका है कि मुख्यमंत्री
की यह समानांतर सरकार अपने अपराधी समर्थकों के माध्यम से निर्वाचन क्षेत्र
में हिंसा भी फैला सकती हैं। लिहाजा, संभावित आशंकाओं को दृष्टिगत रख समूचे
क्षेत्र को अतिसंवेदनशील घोषित किया जाए, सभी ओर की सीमाएं सील की जाएं,
अभी मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी भी करवाई जाए, प्रशासनिक अधिकारियों
के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स व उनकी लोकेशन पर भी निगाह रखी जाए।