इंदौर। भले ही देश के हर मोड़ पर पुलिस तैनात है परंतु लड़कियों के लिए हैवान और शैतान हर 4 कदम पर खड़े मिल ही जाते हैं। 11 साल की मासूम एक हैवान का शिकार होते हाते बच गई। पीथमपुर की रहने वाली यह बच्ची अपनी मां से रूठकर मुंबई जाने वाली ट्रेन में बैठ गई थी। यदि सह यात्री संवेदनशील ना होते तो मासूम अब तक शैतान का शिकार बन चुकी होती।
क्या हो गया था, घर से क्यों भागी
पीथमपुर सेक्टर एक में रहने वाली बच्ची ने बांद्रा पुलिस को बताया कि मां ने डांट दिया था। 24 दिसंबर को घर से सामान लेने के लिए निकली थी। पहले वह इलाके के साईंबाबा मंदिर पहुंची। फिर सामान लेने के लिए जो पैसे उसके पास थे, उनके जरिये ही वह बस से महू गई। वहां से ट्रेन में बैठकर खंडवा पहुंच गई। खंडवा में मुंबई की ट्रेन में बैठ गई। रास्ते में युवक मिला। युवक ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा- मैं अपने चाचा के पास जा रही हूं। युवक ने उसे वहां तक छोड़ने की बात कही। इस बीच चिप्स वगैरह खिलाकर गंदी हरकतें करने लगा।
किसने मुक्त कराया
बांद्रा पहुंचने पर बच्ची को सहमी देख यात्रियों ने पूछताछ की तो युवक भाग गया। इसकी सूचना बांद्रा जीआरपी को दी। इस बीच पीथमपुर, इंदौर के टीआई कमलेश शर्मा ने बच्ची का फोटो वाट्स एप पर वायरल कर दिया। जो इंदौर के समाजसेवी प्रकाश राजदेव ने अपने परिचितों से भी शेयर किए थे। बांद्रा रेलवे स्टेशन की हेड कांस्टेबल शोभा डोंगरे भी उनसे जुड़ी हुई हैं। उन्होंने तुरंत बताया कि बच्ची उनके स्टेशन पर लावारिस मिली है। इस पर राजदेव ने पीथमपुर टीआई को जानकारी दी और बच्ची के परिजन से बात कराई। पीथमपुर पुलिस के साथ बच्ची के मां-बाप उसे लेने के लिए रवाना हो गए। बच्ची को बांद्रा रेलवे पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम ने अपनी कस्टडी में रखा है।