भोपाल। उत्तर भारत से उतर रही सर्दी मध्यप्रदेश में जम रही है। प्रदेश के 17 जिले सर्दी के कारण ठिठुर रहे हैं। यहां तापमान 05 डिग्री से भी कम पहुंच गया है। इसके अलावा 04 जिलों में पाला पड़ गया है। खेतों में पड़ा बीज और पौधे नष्ट हो गए हैं।
बैतूल और पचमढ़ी के साथ ही खजुराहो में सबसे कम पारा रहा। यहां पर यहां पर तापमान 1.0 डिग्री दर्ज किया गया। रीवा, उमरिया, शाजापुर, उज्जैन और राजगढ़ समेत प्रदेश के 17 जिलों में न्यनतम तापमान 5 डिग्री से कम रिकॉर्ड किया गया। 8 शहरों में रात का तापमान 3 से 3.5 डिग्री तक के आसपास रिकॉर्ड किया गया। राजधानी भोपाल में रात का तापमान लगातार तीसरे दिन पारा सामान्य से 5 डिग्री या उसके आसपास रहा। शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात भोपाल का तापमान 5.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जबकि गुरुवार-शुक्रवार को ये 4.9 डिग्री दर्ज किया गया।
नए साल तक जारी रहेगी शीतलहर :
मौसम विभाग के अनुसार शीतलहर नए साल में 3 जनवरी तक जारी रह सकती है। आने वाले 24 घंटे में ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर, शहडोल और उज्जैन संभागों के ज्यादातर जिलों के साथ ही जबलपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, बैतूल, होशंगाबाद और धार शीतलहर की चपेट में रहेंगे।
ग्वालियर - 3 साल बाद दिसंबर के तीसरे सप्ताह की रातें सबसे ठंडी
2015 के बाद इस बार दिसंबर के तीसरे सप्ताह की रातें सबसे ठंडी रहीं हैं। शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात भी तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, इससे पहले इस सीजन में 20 दिसंबर को 4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड से राहत सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच ही मिल पा रही है। शुक्रवार को शीतलहर की चपेट में शहर रहा। सूरज ढलते ही गलन फिर से बढ़ गई। न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक 15 दिन और ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है।
बैतूल में 13 साल का रिकॉर्ड टूटा
बैतूल में ठंड ने 13 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। यहां आज पारा गिरकर एक डिग्री पर पहुंच गया, जिसने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। उत्तर भारत की तरफ से चल रही शीतलहर के चलते यहां बीते 13 साल में सबसे न्यूनतम तापमान एक डिग्री दर्ज किया गया है। यही वजह है कि शुक्रवार को इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। कंपकंपा देने वाली ठंड के चलते लोगो को अलाव का सहारा लेना पड़ा। मौसम विभाग आगामी दिनों में इससे भी कम तापमान गिरने की संभावना जता रहा है। बीते 2011 की 5 जनवरी को यह सबसे कम 2.2 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था।
यहां दर्ज किया गया 5 डिग्री से कम पारा
दमोह - 3.0, जबलपुर - 3.8, बैतूल- 1.0, खजुराहो - 1.4, मंडला 4.0, नौगांव - 3.1, रीवा - 3.5, सतना- 5.0, सिवनी - 5.0, सीधी - 4.4, उमरिया- 1.7, भोपाल - 5.2, धार - 5.0, उज्जैन - 2.5, शाजापुर - 3.2, राजगढ़- 3.6, ग्वालियर - 3.6, पचमढ़ी - 1.0 डिग्री दर्ज किया गया।
इन जिलों में पड़ा पाला-
मौसम विभाग के अनुसार, बैतूल, होशंगाबाद, उमरिया और छतरपुर जिलों में पाला पड़ गया है। इससे खेती फसलों पर क्या असर- एग्रीकल्चर एवं हॉर्टीकल्चर एक्सपर्ट डॉ. एमएस परिहार का कहना है कि चना, मसूर और मटर की फसल के लिए अभी ऐसी ठंडक का ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। तापमान यदि लगातार कम रहा तो इनकी ग्रोथ रुक सकती है।