जबलपुर। चुनाव में धांधली के आरोपी, मध्यप्रदेश के 5 कलेक्टरों के खिलाफ हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है। याचिका कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रस्तुत की गई थी। कांग्रेस ने चुनाव में पक्षपात के आरोपी कलेक्टरों को मतगणना के काम से अलग रखने की मांग भी की है।
किन Collectors को पक्षकार बनाया गया है
कांग्रेस ने सागर, सतना, भोपाल, शाजापुर एवं खंडवा जिले के कलेक्टरों को पक्षकार बनाया है। कांग्रेस की याचिका पर हाईकोर्ट ने आज सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। बता दें कि चुनाव आयोग में कांग्रेस द्वारा की गईं शिकायतों के बाद करीब आधा दर्जन कर्मचारियों को हटा दिया गया है।
कहां कहां हुईं हैं गड़बड़ियां
सागर में मतदान के 48 घंटे बाद दर्जनों ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम में लाई गईं। वाहन भी बिना नंबर का था।
भोपाल में स्ट्रांग रूम का सीसीटीवी कैमरा डेढ़ घंटे तक बंद रहा। कलेक्टर ने कहा बिजली गुल हो गई थी जबकि जिम्मेदार बिजली अधिकारी ने कहा कि बिजली चालू थी और स्ट्रांग रूम में कोई फाल्ट भी नहीं हुआ था।
सतना में स्ट्रांग रूम सील किए जाने के बाद पीछे के दरवाजे से कुछ लोग बॉक्स लेकर स्ट्रांग रूम में घुसे। सीसीटीवी में यह सबकुछ कैद हुआ।
रायसेन में सीसीटीवी कैमरा बंद हुआ।
शहडोल में कोतमा की ईवीएम मशीनें 72 घंटे बाद वापस आईं।
खरगोन में पिछले दरवाजे से ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम में लाई गईं।