भोपाल। मतदान के दिन सार्वजनिक अवकाश होता है। सरकारी क्या, निजी कंपनियों को भी अवकाश के आदेश जारी होते हैं परंतु 5 आईएएस अफसरों ने एक मीटिंग का आयोजन किया। इस मीटिंग में कर्मचारियों को भी शामिल किया गया जिससे वो मतदान नहीं कर पाए। कांग्रेस में शामिल हो चुके आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने इसपर आपत्ति उठाते हुए शिकायत की है।
आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने चुनाव आयोग से शिकायत कर प्रमुख सचिव हरि रंजन राव ,प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल, सीईओ तन्वी सुन्द्रियाल, विदिशा सीईओ पंकज जैन और अपर सीईओ नन्दा भलावे कुसरे के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। दुबे ने आयोग से शिकायत में कहा है कि ई-टेंडर घोटाले से बदनाम हुए एमएपीआईटी ने 28 नवंबर को मतदान दिवस के दिन बैठक आयोजित कर मतदान से 10 से अधिक कर्मचारियों को मतदान से वंचित किया। आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर 1 दिसंबर को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव और आईटी विभाग के प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल, सीईओ तन्वी सुन्द्रियाल की उपस्थिति में संचालक मंडल की बैठक कर कर्मचारियों कर मानदेय बढ़ाने, सेवावृद्धि करने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इस बैठक का आदेश-एजेंडा मतदान के पहले 27 नवंबर को जारी हुआ था।
दुबे ने कहा है कि यही संस्था भारत निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची की एसएलए है और ई टेंडर घोटाले के जन्मदाता से जुड़ी है। इसलिये प्रमुख सचिव हरि रंजन राव ,प्रमुख सचिव प्रमोद अग्रवाल, सीईओ तन्वी सुन्द्रियाल, विदिशा सीईओ पंकज जैन और अपर सीईओ नेहा मलावी कुसरे के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।