भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने निर्वाचन आयोग से डाक मतपत्रों की जानकारी मांगी है। इसके लिए पार्टी की चुनाव आयोग संबंधी समिति के संयोजक शांतिलाल लोढ़ा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र में 7 दिसंबर के बाद भेजे गए डाक मतपत्रों को रिजेक्ट किए जाने की मांग भी की गई है।
भारतीय जनता पार्टी की निर्वाचन आयोग संबंधी समिति के संयोजक शांतिलाल लोढ़ा ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को लिखे पत्र में 7 दिसंबर की शाम 5 बजे तक भेजे गए डाक मतपत्रों की जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा है कि एक्जिट पोल के नतीजों से मतदाता प्रभावित हो जाते हैं। ऐसे में जिन मतदाताओं ने डाक मतपत्र एक्जिट पोल के नतीजे आने के बाद दिए हों, उन्हें निरस्त किया जाना चाहिए।
श्री लोढ़ा ने अपने पत्र में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से कुल डाक मतपत्रों की संख्या एवं उन डाक मतपत्रों की जानकारी मांगी है, जो 7 दिसंबर, 2018 को शाम 5 बजे तक प्राप्त हुए हैं। पत्र में श्री लोढ़ा ने कहा है कि अगर डाक मतपत्र पर सील 07 दिसंबर 2018 की हो तो यह माना जायेगा कि एक्जिट पोल के निष्कर्ष के पहले यह मत पत्र जारी किया गया है, इसलिए वह ग्राह्य किए जाने योग्य है।
लेकिन 7 दिसंबर 2018 के पश्चात डाले गए मत पत्र किसी भी रूप में ग्राहय किए जाने के योग्य नहीं हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि उमरिया में अभी भी डाक मत जारी किए जा रहे हैं, जो अनुचित है।