भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कक्षा तीसरी की छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। आठ साल की पीड़िता के साथ घटी यह घटना मंगलवार शाम की है, लेकिन पुलिस बुधवार देर रात तक मामले को स्पष्ट करने से बचती रही। संबंधित थाना प्रभारी से लेकर एएसपी स्तर तक कोई भी घटना की जानकारी देने तैयार नहीं था। देर रात भी पुलिस द्वारा जारी प्रेसनोट में एक नाबालिग आरोपित की जानकारी दी गई, जबकि घटना में दो आरोपित होने की बात परिजन कहते रहे हैं और मेडिकल जांच करने वाली डॉक्टरों की टीम के मुताबिक भी आरोपित की उम्र 18 से 25 साल के बीच है । डॉक्टरों ने छात्रा की हालत स्थिर बताई है, प्रारंभिक इलाज के बाद उसे एम्स से जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग आरोपित के खिलाफ गोविंदपुरा थाने में पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपित फरार है। ।
जानकारी के अनुसार आठ साल की बच्ची तीसरी कक्षा में पढ़ती है। मंगलवार शाम छह बजे के करीब बच्ची घर के पास ही खेल रही थी। तभी उसी के साथ पढ़ने वाला मोहल्ले का एक नाबालिग छात्र किसी बहाने से उसे अपने साथ घर से दूर सुनसान स्थान पर ले गया। जहां नाबालिग का एक वयस्क साथी भी आ गया और उसने मासूम के साथ दुष्कर्म किया। जिसके बाद छात्रा किसी तरह से घर पहुंची, लेकिन रात भर उसने इस बात का जिक्र किसी से नहीं किया। सुबह बच्ची को नहलाते समय अंदेशा होने पर मां के पूछने पर बच्ची ने पूरा घटनाक्रम बताया। जिसके बाद वह बच्ची को लेकर गोविंदपुरा थाने पहुंची। जहां से बच्ची को मेडिकल के लिए एम्स अस्पताल ले जाया गया।
AIMS HOSPITAL के DOCTORS ने की दुष्कर्म की पुष्टि
एम्स अस्पताल में बच्ची के मेडिकल परीक्षण के लिए विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई। टीम में शामिल एक डाक्टर के मुताबिक परीक्षण में बच्ची के साथ दुष्कर्म होना पाया गया है। आरोपित की उम्र 18 से 25 साल के बीच हो सकती है। बच्ची को देर रात मेडिकल होने के बाद जेपी अस्पताल में शिफ्ट किया गया। घटना की जानकारी लगने के बाद भी गोविंदपुरा थाना प्रभारी अशोक परिहार मामले दबाने लगे रहे। मीडिया द्वारा लगातार जानकारी चाहने पर भी बुधवार रात 12 बजे तक वह एक ही बात बोल रहे थे कि अभी कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हूं। उसके बाद उन्होंने मोबाइल बंद कर लिया। कुछ ऐसी ही स्थिति इलाके के एएसपी दिनेश कौशल की थी। वे रात 9 बजे गोविंदपुरा थाने पहुंच गए थे, घटना के बारे में उनसे बार-बार पूछने के बाद भी वह कुछ बताने को तैयार नहीं हुए। वह बार- बार सिर्फ इतना कह रहे थे कि पुलिस कुछ नहीं छिपाएगी।