भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के स्ट्रांग रूम में 30 नवम्बर को डेढ़ घंटे तक सीसीटीवी कैमरे बंद रहे। इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने कहा था कि बिजली गुल हो जाने की वजह से ऐसा हुआ लेकिन अब वो अपने ही बयान में उलझ गए हैं क्योंकि ईई (ईएंडएम) पीडब्ल्यूडी का कहना है कि पुरानी जेल इलाके में बिजली गुल नहीं हुई थी और कोई फाल्ट भी नहीं हुआ था।
कांग्रेस ने इस मामले में पूरा प्रेशर क्रिएट कर दिया है। कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को भी कलेक्टर सुदाम पी खाडे से मुलाकात की और विवादित डेढ़ घंटे का वीडियो फुटेज मांगा। लेकिन उन्होंने पहले की तरह इंकार करते हुए कहा कि उस समय बिजली नहीं थी, इसलिए फुटेज उपलब्ध नहीं करा सकते हैं।
पढ़िए सुदाम पी खाडे, कलेक्टर, भोपाल का बयान
डेढ़ घंटे बिजली गुल थी। ऐसा सिक्योरिटी ऑफिसर की रिपोर्ट में भी सामने आया है। बिजली कैसे गुल हुई, इस बारे में पता नहीं लग सका।
बिजली अपने आप डेढ़ घंटे बाद चालू हो गई थी। किसी कर्मचारी ने उसे सुधारा नहीं है। लेकिन फाॅल्ट की जानकारी नहीं लगी है।
अब पढ़िए राजेश दुबे, ईई (ई एंड एम) पीडब्ल्यूडी का बयान जो पुरानी जेल में बिजली सप्लाई का काम देखते हैं
जब बिजली गुल ही नहीं हुई तो फाॅल्ट कैसा। यदि कोई फॉल्ट होता तो हमारे कर्मचारी उसे सुधारते।
मैं सुबह 11 बजे पुरानी जेल पर पहुंचा था, तब वहां बिजली थी। मैंने पूछताछ भी की, लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि यहां बिजली गुल हुई थी।