भोपाल। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लगातार लोकसभा चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी वो लोकसभा चुनाव की बात कर रहे थे। शुक्रवार को मध्यप्रदेश के सांसदों की बैठक में भी उन्होंने लोकसभा चुनाव की बात की। हालांकि यह मीटिंग विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी। शाह ने इस मीटिंग में मध्यप्रदेश की 29 में से 26 सीटों का टारगेट दिया है। इससे पहले उन्होंने ऐलान किया था कि मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया से गुना और कमलनाथ से छिंदवाड़ा भी छीन लेंगे। 2014 में भाजपा 29 में से 27 सीटों पर चुनाव जीती थी। झाबुआ सीट पर उपचुनाव हुए और कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन ली थी। कांतिलाल भूरिया यहां से सांसद हैं।
एट्रोसिटी एक्ट की वजह से चुनाव हार गए
2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ मप्र के भाजपा सांसदों की बैठक में भी विधानसभा चुनाव में हार का मुद्दा उठा। नई दिल्ली में शुक्रवार शाम को केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत के घर पर यह बैठक हुई थी। पहले यह बैठक संसद भवन में प्रधानमंत्री लेने वाले थे, लेकिन बाद में कार्यक्रम बदल गया। सूत्रों के मुताबिक सांसदों ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट की वजह से विधानसभा चुनाव में पार्टी को काफी नुकसान हुआ। बैठक में कुछ सांसदों ने कहा कि नक्सली इलाके में नक्सलियों ने कांग्रेस की बहुत मदद की है।
चुनाव समीक्षा से बाहर आकर अपनी सीटें सुरक्षित कीजिए
अमित शाह ने सांसदों से कहा कि विधानसभा चुनाव की जीत- हार से बाहर आकर लोकसभा चुनाव की तैयारी में सभी सांसद लग जाएं। उन्होंने कहा कि मप्र में एक बार फिर 26 विधानसभा सीट पर जीत हासिल करना है। अमित शाह ने भाजपा सांसदों से कहा कि कांग्रेस में बहुत झगड़े हैं। उनकी सरकार मंत्रियों के विभाग तय नहीं कर पा रही है, इसका फायदा हमें मिलेगा। उन्होंने सांसदों से कहा कि सभी सांसद अपने क्षेत्र में सक्रिय हो जाएं और निचले स्तर तक के कार्यकर्ता से संपर्क कर तालमेल बैठा लें।
सांसदों ने दिए सुझाव
बैठक में सरकार की योजनाओं को लेकर सांसदों ने कुछ सुझाव भी दिए। एक सांसद ने कहा कि उज्जवला योजना के सिलेंडर छोटे किए जाएं, तो शाह ने कहा कि इस पर फैसला हो चुका है। वहीं कुछ सांसदों ने कहा कि जीएसटी रिटर्न भरने की समय अवधि बढ़ाई जाए।
बैठक में भाजपा के संगठन महामंत्री रामलाल, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, नरेंद्र सिंह तोमर, विजय गोयल के साथ-साथ हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए मप्र के सह प्रभारी बनाए गए सतीश उपाध्याय सहित मप्र व छत्तीसगढ़ के लगभग सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसद भी मौजूद थे।