भोपाल। उपनगर कोलार के सुमित्रा परिसर में 12वीं के छात्र की रहस्यमयी मौत का मामला सामने आया है। गुत्थी उलझी हुई है। समझ नहीं आ रहा कि यह हत्या है या आत्महत्या। कुछ संकेत हत्या के मिल रहे हैं परंतु कुछ अन्य संकेत हत्या की संभावना से इंकार भी कर रहे हैं। मौत हुई है परंतु ना तो कारण समझ आ रहा है और ना ही तरीका। पुलिस पीएम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है और पड़ताल पूरी होने तक मामले को आत्महत्या का बताने की कोशिश कर रही है।
क्या हुआ घटनाक्रम
मूलत: छिंदवाड़ा निवासी 63 वर्षीय परशुराम बागड़े पीएचई विभाग के रिटायर्ड क्लर्क हैं। वे सुमित्रा परिसर में दो बेटियों रुचि व प्राची, पत्नी सुरेखा और 18 वर्षीय इकलौते बेटे भव्य के साथ रहते हैं। भव्य मदर टेरेसा स्कूल में कक्षा 12वीं का छात्र था। भव्य गुरुवार दोपहर ढाई बजे स्कूल से घर लौटा। पिता इन दिनों गांव गए हैं। मां अपने काम से घर से बाहर थीं, जबकि दोनों बहनें कोचिंग गई थीं। किराएदार बाबूलाल नेे बताया कि शाम करीब साढ़े पांच बजे सुरेखा घर लौटीं तो दरवाजा अंदर से बंद था। दस्तक के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने किराएदार बाबूलाल व एक महिला की मदद से किसी तरह दरवाजा खोला। देखा कि भव्य अपने बिस्तर पर पड़ा था। उसके चेहरे पर पॉलिथीन और गले में दो दुपट्टे लिपटे थे। पैर भी एक कपड़े से बंधे मिले। उन्होंने चेहरे की पॉलिथीन हटाई, लेकिन तब तक भव्य की सांसें थम चुकी थीं।
अब PM report, का इंतजार
एसपी साउथ राहुल लोढा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। घटनास्थल देखकर ये खुदकुशी जैसा लगता है, लेकिन अन्य बिंदुओं को भी जांच में शामिल कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है।
शव के पास पाउडर चिपका स्टील का गिलास मिला
सीएसपी भूपेंद्र सिंह के मुताबिक भव्य के शव के पास स्टील का एक खाली गिलास मिला है, जिसके अंदरूनी हिस्से में पीले रंग का कोई पाउडर जैसा पदार्थ चिपका हुआ है। सुरेखा और उनकी दोनों बेटियों ने इस गिलास का इस्तेमाल करने से इनकार किया है। यानी भव्य ने इसमें कुछ पिया होगा। गिलास जब्त कर लिया गया है।
भव्य की मौत पर इसलिए उठ रहे सवाल
1- भव्य के पैर घुटने से नीचे कपड़े से बंधे थे, पर गांठ आगे की ओर थी।
2- चेहरे पर पॉलिथीन पहनकर कोई दुपट्टे से खुद गला कैसे घोंट सकता है।
3- बिस्तर पर कोई स्ट्रगल मार्क नहीं मिले हैं।
4- घर अंदर से बंद था, बाहर जाने का कोई और रास्ता नहीं है।
5- स्टील के गिलास में ऐसा क्या था जिसे भव्य ने पिया था।