भोपाल। कोलार के सुमित्रा परिसर में मदर टेरेसा स्कूल के 12वीं कक्षा के छात्र भव्य बागड़े की मौत के रहस्य को सुलझाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस लगातार इसे आत्महत्या बताने की कोशिश कर रही है और परिवार हत्या, परंतु दोनों का ही कारण सामने नहीं आया है। कुछ नई जानकारियां मिलीं हैं। भव्य ने मौत से पहले अपनी बहन के कपड़े पहने थे। जो दरवाजा अंदर से बंद मिला है, उसे बाहर से खोला या बंद किया जा सकता है।
भव्य की मौत का पता गुरुवार शाम तब चला जब उसकी मां सुरेखा घर लौटीं। दरवाजा अंदर से बंद था। सुरेखा ने किराएदार बाबूलाल व एक महिला की मदद से खिड़की से हाथ डालकर बैडमिंटन की मदद से दरवाजे की कुंडी खोल ली। अंदर जाकर देखा कि भव्य अपने बिस्तर पर पड़ा था। उसके चेहरे पर पॉलिथीन और गले में दो दुपट्टे लिपटे थे। पैर भी एक कपड़े से बंधे मिले।
भव्य ने युवतियों की लेगिंग और टीशर्ट पहनी हुई थी। एएसपी संजय साहू के मुताबिक घटनास्थल की परिस्थितियां देखकर ये मामला खुदकुशी जैसा ही लगता है। डॉक्टरों की पैनल से शुक्रवार दोपहर भव्य के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। फिलहाल पीएम रिपोर्ट नहीं मिली है। इसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकेगा। परिवार के भी बयान लिए जाएंगे, ताकि ये पता चल सके कि उसने युवतियों के परिधान क्यों पहने हुए थे?
शुक्रवार को स्कूल में फाइनल मैच था
भव्य की मौत का पता चलते ही उसके दोस्त और टीचर्स शुक्रवार को उसके घर पहुंचे। दोस्तों का कहना है कि भव्य एक अच्छा क्रिकेटर भी था। शुक्रवार को स्कूल में फाइनल मैच होना था। उसके मामा ने बताया कि भव्य बेहद शालीन था। घर की कई जिम्मेदारियां उसी ने संभाल रखी थीं।
जैसे खुला, वैसे बंद भी किया जा सकता है दरवाजा :
मामा राहुल रंगारे ने भव्य की मौत पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि यदि ये खुदकुशी है तो भव्य को ऐसा करने के लिए आखिर किसने उकसाया? यदि ऐसा नहीं है तो दरवाजा जैसे खिड़की से हाथ डालकर खोला गया वैसे बंद भी तो किया जा सकता है। जब सुरेखा कमरे में पहुंचीं तो भव्य के हाथ शरीर से दूर थे। उसने दुपट्टे से खुद का गला घोंटा है तो ऐसा कैसे संभव है? पुलिस को जांच के दौरान इन बिंदुओं का भी ख्याल रखना चाहिए।