भोपाल। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के ऊपर बनी फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर विवाद बढ़ता जा रहा है। जहां कांग्रेस और सिंह इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं भाजपा फिल्म को अपना पूरा समर्थन दे रही है। इसके लिए भाजपा ने फिल्म के ट्रेलर को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट भी किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस शासित राज्यों में फिल्मों पर रोक लग सकती है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि उसने फिल्म पर कोई रोक नहीं लगाई है। पहले ऐसी खबरें आई थीं कि कमलनाथ सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंद लगा दिया है। जिसके बाद जनसंपर्क मध्यप्रदेश ने ट्वीट करके खबर का खंडन करते हुए ट्वीट कर लिखा, 'मध्यप्रदेश सरकार द्वारा फिल्म 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर बैन नहीं लगाया गया है। मीडिया में चल रही फिल्म पर प्रतिबंध की खबर भ्रामक और गलत है।' बाद में कमलनाथ ने भी साफ कर दिया कि फिल्म पर बैन लगाने की मंशा नहीं है।
हालांकि कांग्रेस ने फिल्म से किनारा किया है। यह फिल्म 11 जनवरी को रिलीज होने वाली है। फिल्म की कहानी यूपीए कार्यकाल पर आधारित है। पूरी फिल्म सिंह के मीडया सलाहकार रहे संजय बारू की किताब 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' पर आधारित है। किताब 2014 में प्रकाशित हुई थी।
फिल्म पर हो रहे विवाद पर मुख्य भूमिका निभाने वाले अनुपम खेर ने कहा, 'उन के (कांग्रेस) नेता पर फिल्म बनी है उन्हें खुश होना चाहिए। आपको भीड़ लेकर भेजनी चाहिए फिल्म देखने के लिए क्योंकि उसमें डायलॉग हैं जैसे- मैं देश को बचाउंगा। जिस से लगता है कि कितने महान हैं मनमोहन सिंह जी।'
महाराष्ट्र युवा कांग्रेस ने भी फिल्म का विरोध किया है। इसपर खेर ने कहा, 'हाल ही में मैंने राहुल गांधी जी का ट्वीट पढ़ा था। जिसमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर उन्होंने बोला था। तो मुझे लगता है कि उनको डांटना चाहिए उन लोगों को कि आप गलत बात कर रहे हो।'
मध्यप्रदेश कांग्रेस नेता सैय्यद जफर ने 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' फिल्म पर कहा, 'मैंने फिल्म के निर्देशक को एक पत्र लिखा है। हम ट्रेलर में दिखाए गए नामों और जो कुछ दिखाया गया है उसपर कड़ी आपत्ति जताते हैं। हम रिलीज से पहले फिल्म को देखना चाहते हैं या फिर इसे राज्य में रिलीज नहीं होने देंगे।'