भोपाल। कांटे की टक्कर के बाद मध्य प्रदेश में अब कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है मध्यप्रदेश में कांग्रेस की नई सरकार का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ही करेंगे यह लगभग अब तय हो गया है। इंतजार अब केवल राहुल गांधी की औपचारिक मोहर का है। आज शाम फिर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है। इसमें कमलनाथ के नाम का औपचारिक ऐलान हो सकता है। 14 दिसंबर को दोपहर में कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। कांग्रेस सरकार में कुल 34 मंत्रियों को जगह मिल सकती है। विश्वस्त सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि बुधवार को विधायक दल की बैठक में सभी विधायकों ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने की मांग रखी। बैठक में कमलनाथ को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर एक राय बनने के बाद पार्टी के पर्यवेक्षक एके एंटोनी के सामने एक लाइन का प्रस्ताव पास कर मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसका फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर छोड़ा गया।
सूत्रों के मुताबिक पहलें दौर में 12 से 15 मंत्रियों के साथ कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. कैबिनेट मंत्री के लिए सज्जन सिंह वर्मा, तुलसी सिलावट, जीतू पटवारी, आरिफ अकील, विजय लक्ष्मी साधो, केपी सिंह, बाला बच्चन, गोविंद राजपूत, इमरती देवी, सचिन यादव, कमलेश्वर पटेल, हिना कावरे, तरुण भानोट, लक्ष्मण सिंह, एनपी प्रजापति, दीपक सक्सेना, संजय शर्मा (तेंदुखेड़ा), झूमा सोलंकी के नाम लगभग तय माने जा रहे हैं.
बुधवार शाम चार बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी के पर्यवेक्षक एके एंटोनी ने चुनकर आए नए विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी की। पीसीसी में यह चर्चा करीब 6 घंटे तक चली। रात दस बजे तक सभी विधायकों की राय लेने के बाद पार्टी के सभी बड़े नेता दिल्ली रवाना हो गए, जो आज राहुल गांधी से मिलेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष को लेकर लहार से विधायक गोविंद सिंह का नाम लगभग तय हो गया है. देश में 28 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के बाद बुधवार सुबह मतगणना समाप्त होने पर कांग्रेस ने 114 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है जो कि बहुमत के आंकड़े 116 से मात्र दो सीटें कम है.
वहीं प्रदेश में पिछले 15 साल से सत्तारुढ़ भाजपा 109 सीटें हासिल कर दूसरे स्थान पर रही. प्रदेश में दो सीटों पर बसपा, एक सीट पर समाजवादी पार्टी और चार सीटों पर निर्दलीयों ने विजय दर्ज की है. प्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीटें हैं. बुधवार दोपहर को कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और विवेक तन्खा ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में मुलाकात की और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का दावा पेश किया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर कमलनाथ ने राज्यपाल को सौंपे अपने पत्र में कहा, ‘विधानसभा चुनावों में कांग्रेस प्रदेश में सबसे बड़े दल के तौर पर सामने आई है