भोपाल। नर्मदा घोटाले का डर दिखाकर शिवराज सिंह सरकार से राज्यमंत्री का दर्जा हासिल करने वाले कंप्यूटर बाबा ने चुनाव से पहले शिवराज सिंह से बगावत कर दी थी। उन्होंने कांग्रेस के समर्थन में प्रचार किया। अब वो कमलनाथ सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैंं। उनकी नजरें एक बार फिर मंत्री पद पर हैं।
अक्सर राजनैतिक मंशा के आरोपों में घिरे रहने वाले कंप्यूटर बाबा अब कांग्रेस से आस लगाए दिखाए दिए। उनसे पूछा गया कि अगर बीजेपी की तरह कांग्रेस भी उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा देती है तो स्वीकार्य होगा, तो उसमें उनका साफ कहना है कि अगर कांग्रेस पद देती उसे तो विचार करेंगे। कंप्यूटर बाबा का कहना है कि जिस तरीके से बीजेपी के नेताओं ने हनुमान भगवान टिप्पणी की है वो उसे बर्दाशत नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने यूपी के सीएम आदित्यनाथ को चेतावनी भी दी कि अगर वो सनातन धर्म से माफी नहीं मांगते हैं तो वो उनके खिलाफ आंदोलन छेड़ देंगे।
बता दें कि कंप्यूटर बाबा को शिवराज सरकार ने मंत्री पद दिया था। हालांकि बाद में बाबा ने बगावत कर दी थी और चुनावों में उन्होंने कांग्रेस का समर्थन किया था। पिछले दिनों कंप्यूटर बाबा ने पीएम नरेंद्र मोदी को राम मंदिर के नाम पर चुनौती दे दी है। उस समारोह में कंप्यूटर बाबा के साथ बड़ी संख्या में साधु-संत शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे।