भिंड। पसली फ्रेक्चर की झूठी मेडिकल रिपोर्ट देने पर जिला अस्पताल के डॉ. आरके अग्रवाल पर शहर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। मारपीट के केस को मजबूत बनाने के लिए झूठी मेडिकल रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट के आधार पर आरोपित पर मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपित ने कलेक्टर से फरियादी का दोबारा मेडिकल परीक्षण कराने गुहार लगाई। कलेक्टर के आदेश पर जांच हुई तो फ्रेक्चर नहीं पाया गया।
पुलिस ने झूठी रिपोर्ट देने वाले डॉक्टर पर कार्रवाई के लिए जिला अभियोजन अधिकारी से राय मांगी थी। राय मिलने के बाद रविवार सुबह कोतवाली में पदस्थ एसआई आरबी बैस ने फरियादी बनकर डॉ. अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
DOCTOR ने यह दी थी मेडिकल रिपोर्ट
15 अगस्त 2018 को रघुवीर पुत्र दशरथ भदौरिया निवासी भीमनगर चौराहा भिंड ने कोतवाली पहुंचकर बताया कि 9 अगस्त को मेला ग्राउंड के सामने आरोपित पन्नाालाल उर्फ विनोद जैन पुत्र अशोक जैन निवासी इटावा रोड ने गाड़ी चलाने की बात पर उनकी लात-घूंसों से मारपीट की। इससे दाहिनी पसली में चोट आई है।
घटना दिनांक को समझौता होने से रिपोर्ट नहीं की, लेकिन आरोपित ने इलाज कराने से इनकार किया तो रिपोर्ट लिखवा रहा हूं। पुलिस ने अदम चेक काटकर रघुवीर को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा था। जिला अस्पताल में डॉ. आरके अग्रवाल ने मेडिकल चेकअप के बाद शरीर पर पाई चोट साधारण होना लिखी, लेकिन इसी तारीख में रघुवीर का एक्सरे कराया, जिसमें सीने के दायीं ओर 5वीं पसली में फ्रेक्चर होना बताया।
डॉक्टर से मिली मेडिकल जांच रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने आरोपित पन्नाालाल जैन के खिलाफ बढ़ाकर एफआईआर दर्ज कर ली। केस दर्ज होने के बाद पन्नाालाल जैन ने कलेक्टर को आवेदन देकर रघुवीर की दोबारा मेडिकल बोर्ड से जांच कराने के लिए कहा। कलेक्टर के आदेश पर 28 अगस्त 2018 को रघुवीर का मेडिकल बोर्ड ने चेकअप किया। पसली टूटना नहीं पाया। बोर्ड ने लिखा कि 15 अगस्त से 28 अगस्त की अवधि में पसली जुड़ना संभव भी नहीं है। यानी डॉ. अग्रवाल ने झूठी मेडिकल रिपोर्ट दी थी।