विदिशा। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आह्वान पर 10 सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण डाकसेवकों की हड़ताल बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रही। पोस्ट ऑफिस के सामने ग्रामीण डाक सेवकों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की।
संगठन के संभागीय सचिव सत्यनारायण दुबे ने कहा कि ग्रामीण डाकसेवक न्यूनतम वेतन पर सुदूर ग्रामीण अंचलों में कार्य कर रहे हैं लेकिन उनके आर्थिक हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है। कमलेश चन्द्रा कमेटी की अनुशंसाओं में कटौत्री कर उन्हें देय सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। पोस्टमैन वर्ग के पूर्व सचिव अवधनारायण शर्मा ने भी मांगों का समर्थन किया। धरने में संभागीय अध्यक्ष सुरेश कुमार चौरसिया, ओमप्रकाश चतुर्वेदी, नर्वदाप्रसाद दुबे, पंचम सिंह रघुवंशी, महेन्द्रसिंह कुशवाह, किशन सिंह बघेल, हल्केवीर प्रजापति, राहुल साहू, कपिल शर्मा, मनमोहन शर्मा, छोटेलाल, प्रशांत शर्मा आदि ने केन्द्र सरकार से मांगें पूरी करने की मांग की।
हड़ताली डाक सेवकों की मांगे
दिनाॅक 1-1-2016 से ग्रामीण डाक सेवको हेतु गठित श्री कमलेष चन्द्र कमेटी रिपोर्ट को पूर्ण रुप सेे लागू करना,
ग्रेच्युटी की सीमा 150000/ से बढ़ाकर 500000/किया जाने तथा ग्रुप इन्ष्यूयोरेन्स स्कीम को भी उक्त कमेटी के अनुषंसा के अनुरुप 500000/ किया जावे और अंषदान 500/ प्रतिमाह किया जाना,
ग्रामीण डाक सेवको को क्रमषः 12, 24 एंव 36 वर्ष पूर्ण करने पर पदोन्नति सह वितीय उन्नयन का लाभ दिया जाना,
ग्रामीण डाक सेवको को प्रतिवर्ष 30 दिन का सवैतनिक अवकाष प्रदान किया जावे और बिना उपभोग किये अवकाष को आगे बढ़ाया जावे जिसकी अधिकतम सीमा 180 दिन हो,
संयुक्त बच्चो के षिक्षा पर हेतु प्रतिवर्ष 6000/प्रदान किया जावे, (दोहरा) भता 500/से बढ़ाकर 1600/किया जावे,
सभी एकल डाकघरो को डबल हेन्डेड किया जावे,
सभी डाकघरो की कार्यवधि 8 घंटे किये जावे,
ग्रामीण डाक सेवकों को सिविल सर्वेन्ट का दर्जा दिया जावे जैसी मांगों को लेकर लामबद्ध है।