नई दिल्ली। यह खबर चीन या ऐसे ही किसी दूसरे देश से नहीं आ रही बल्कि भारत के नक्सल पीड़ित राज्य छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड) से आ रही है। यहां सभी कर्मचारी दोपहर में दोपहर 1.30 बजे लंच करने से पहले वॉक करते हैं। 6000 कदम प्रतिदिन चलने का टारगेट है। उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं। यह अभियान पहले महिला कर्मचारियों के लिए शुरू किया गया था अब पुरुष भी शामिल हो गए हैं।
हर दिन वॉक करने का संकल्प
क्रीड़ा और कला परिषद की ओर से सभी महिला कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई है, जिससे वे नियमित रूप से लंच के पहले थोड़ा टहल लें। एक कर्मचारी ने बताया कि यह नियम एमडी सिन्हा ने बनाया है। तरीका भी अच्छा है। सभी लंच से पहले वॉक करें, फिर काम करें।
इससे महिलाओं की सक्रियता बढ़ेगी:
एमडी सिन्हा के मुताबिक, केंद्रीय क्रीड़ा एवं कला परिषद की बैठक में बिजली होल्डिंग कंपनी के डायरेक्टर अजय दुबे और महासचिव एमएस चौहान ने मिलकर महिलाओं की सक्रियता को बढ़ाने के लिए यह पहल की है। कामकाजी महिलाएं वॉक नहीं कर पातीं, इसलिए यह तरीका निकाला।
अब साइकिलिंग करना चाहती हैं महिला कर्मचारी :
एक कर्मचारी ने बताया कि पहले महिला कर्मचारियों को लंच के वक्त पैदल चलने के लिए कहा गया था। कुछ महिलाएं काम की वजह से नहीं निकल पाती थीं, तो उन्हें निश्चित समय पर टहलने के लिए कहा गया। इसका असर यह हुआ कि अब महिलाएं साइकिल की मांग कर रही हैं। इसके लिए किसी एजेंसी से अनुबंध करने की तैयारी चल रही है। कोई ब्रेक न करे, इसलिए एमडी खुद भी समय-समय पर टहलने निकलती हैं।
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