भोपाल। खुद को होंडा (कार) कंपनी का असिस्टेंट इंजीनियर बताते हुए होंडा सिटी कार कैब में लगवाने का झांसा देकर दोस्तों से एक करोड़ से अधिक की ठगी करने वाले युवक के खिलाफ सायबर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी ने ठगी करने के लिए कंपनी की फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
सायबर क्राइम एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि अशोक विहार, अशोका गार्डन निवासी दानिश खान की शिकायत पर तुलसी नगर निवासी अंकित शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। दानिश ने पुलिस को बताया कि अंकित कॉलेज में उसका साथी था। अंकित ने बताया था कि वह होंडा कंपनी, दिल्ली में जॉब कर रहा है। वह कंपनी का स्थायी कर्मचारी है और असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर है। कंपनी स्थायी कर्मचारियों को ऑफर देती है कि वे कंपनी में अपनी कैब (होंडा सिटी) लगा सकते हैं। कैब के प्रतिमाह 60 हजार रुपए मिलते हैं।
दानिश ने दो साल में 38 लाख दे दिए
अंकित की बातों में आकर दानिश ने उसे दो साल में 38 लाख रुपए दे दिए। कुछ समय प्रति माह 60 हजार रुपए देकर उसने दानिश को विश्वास में ले लिया। इसके बाद दानिश ने अपने बहनोई मुबश्शिर खान से 32.30 लाख और दोस्त अंकित निगम से 20.70 लाख रुपए अंकित को कैब के लिए दिला दिए। पिता उत्तम शर्मा एवं मंगेतर ने भी भरोसा दिलाया था कि अंकित होंडा कंपनी में जॉब करता है और उन्होंने भी इनवेस्टमेंट कर रखा है।
बाद में जब दानिश को अंकित पर संदेह हुआ तो उसके संबंध में जानकारी हासिल की। पता चला कि अंकित होंडा कंपनी में जॉब नहीं करता है। उसने दानिश, अंकित और मुबश्शिर से लिए रुपयों की कंपनी में कोई कैब नहीं लगाई है। जब उससे रुपए वापस मांगे तो उसने इनकार कर दिया। भदौरिया का कहना है कि आरोपी की तलाश में टीम दिल्ली भेजी जा रही है।
कंपनी की फर्जी वेबसाइट बनाई / Company created a fake website,
अंकित ने होंडा कंपनी की फर्जी वेबसाइट तैयार कर उसमें अपना फोटो लगाकर आईडी बनाई थी। उसने दानिश को भरोसा दिलाने के लिए फर्जी वेबसाइट पर अपनी यूजर आईडी से लॉग इन भी किया था। उसने कैब लगाने के लिए अनुबंध कराया, सैलरी स्लिप दिखाई। कंपनी का आईडी कार्ड, कैब की पर्चेस इन वाइस, कैब के रजिस्ट्रेशन कार्ड, कंपनी से कैब लगाने का एग्रीमेंट और अन्य दस्तावेज दिखाए थे, जिससे दानिश को भरोसा हो गया था।