नई दिल्ली। यदि किसी देश का करोड़पति कारोबारी अपने देश के बाहर निवेश कर रहा है तो यह उस देश के लिए परेशानी की बात है क्योंकि देश का धन बाहर जा रहा है और इसके कारण भारतीय मुद्रा कमजोर होती है जिसके कारण महंगाई बढ़ जाती है। नोटबंदी और GST के बाद भारतीयों द्वारा विदेशों में निवेश के आंकड़े तेजी से बढ़े हैं। मात्र 2018 के 9 महीनों में अकेले दुबई शहर में 16800 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है।
दुबई उत्साहित है, वो भारतीयों को लुभा रहा है
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, दुबई लैंड डिपार्टमेंट (DLD) के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। इस अधिकारी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2018 के मात्र 9 महीनों में भारतीय निवेशकों ने सबसे ज्यादा पैसा रियल एस्टेट सेक्टर में लगाया है। आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय निवेशकों ने अमीरात में विभिन्न रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में 16 हजार 800 करोड़ रुपए का निवेश किया है। DLD के प्रवक्ता के अनुसार, दुबई सरकार को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यह निवेश और भी बढ़ सकता है। प्रवक्ता ने कहा कि आगामी 7 से 9 दिसंबर तक मुंबई में चौथे दुबई प्रॉपर्टी शो का आयोजन किया जाएगा। इस शो के दौरान दुबई की प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों की संख्या में और बढ़ोतरी की उम्मीद है। इस प्रॉपर्टी शो के मैनेजर ने मीडिया के साथ बातचीत में बताया कि दुबई प्रॉपर्टी शो का यह 10वां आयोजन है।
भारत सरकार के सामने चुनौती, क्या रोक पाएंगे जाता हुआ INVESTMENT
यह भारत सरकार के सामने चुनौतीपूर्ण है। दोहरी चुनौती है। सरकार को विदेशी निवेश भारत में लाना है और दूसरा भारतीय निवेशकों को अपने ही देश में बनाए रखना है। सवाल यह है कि क्या नरेंद्र मोदी सरकार इस आंकड़े को कम करने में सफल हो पाएगी। क्या वो आम आदमी को महंगाई के चंगुल में फंसने से बचा पाएगी।