नई दिल्ली। भारतीय रेलवे साल 2019 के पहले दिन से ही ट्रांसजेंडरों (किन्नरों) को बड़ा तोहफा देने जा रहा है। यह तोहफा सीनियर सिटीजन पुरूष-महिला की तरह ही ट्रांसजेंडर को रेल किराये के रूप में मिलेगा। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर पैसेंजर मार्केटिंग शैली श्रीवास्तव ने आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश के तहत रेलवे अपने सॉफ्टवेयर में बदलाव कर रहा है। अब रिजर्वेशन फार्म में लिंग के विकल्प में पुरूष, महिला व ट्रांसजेड़र (टी) भी उपलब्ध होगा।
किन्नरों द्वारा पिछले लंबे समय से रेलवे से सीनियर सिटीजन पुरूष, महिला की तरह ही स्वयं को भी सीनियर सिटीजन में शामिल कर रेल टिकट किराये पर रियायत दिए जाने की मांग की जा रही थी, जिसे रेलवे द्वारा अब मान लिया गया है। रेलवे ने सीनियर सिटीजन पुरूषों की तरह ही 60 साल की उम्र वाले किन्नरों को भी रेल टिकट पर 40 फीसद की छूट दी है, जबकि 58 साल पूरी करने वाली सीनियर सिटीजन महिलाओं को 50 फीसद रेलवे किराये में छूट देती है।
किन्नरों को दिया गया तोहफा नए साल में पहले दिन से ही लागू होगा। इस सुविधा के लिए रेलवे ने अपने सीआरआइएस एंड आइआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर मे बदलाव कर लिए हैं। किन्नर इस सुविधा का लाभ रेलवे विंडों व ई-टिकट से भी उठा सकते हैं।
सीनियर सिटीजन के रूप में आरक्षित रहने वाली सीटों में से ही किन्नरों को सीटें रेलवे द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। रेलवे द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए अधिकांशता लोअर बर्थ भी कनफर्म हो जाती थी, इसके साथ ही यात्रा में पुरुषों को 60 वर्ष से अधिक होने पर 40 प्रतिशत और महिलाओं को 58 वर्ष से ऊपर होने पर 50 प्रतिशत की किराये में छूट मिलती है।
फिरोजपुर शांति नगर निवासी महंत गुड्डी बाबा का कहना है कि उनके समुदाय की यह बहुत पुरानी मांग थी, जिसे रेलवे ने अब मान लिया है। केंद्र सरकार ने एक अच्छा फैसला लिया है। हम समुदाय की ओर से रेलवे का धन्यवाद करते हैं, इससे अब उनके समुदाय के लोगों को रेलगाड़ी की प्रत्येक श्रेणी में देशभर कहीं आने-जाने में रियायती टिकट की सुविधा उपलब्ध होगी।