इंदौर। भय्यू महाराज ढाई लाख रुपए महीने के लिए ब्लैकमेल करने वाली युवती से आधा दर्जन मोबाइल नंबरों से बात करते थे। वे कई बार अपने सेवादार शरद देशमुख के मोबाइल से कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी उससे बात करते थे। युवती अब भूमिगत हो गई है। वहीं, महाराज के वकील को धमकी देने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार ड्राइवर कैलाश पाटील सहित तीन आरोपियों की कार, मोबाइल और सिम जब्त की है।
गौरतलब है कि कैलाश ने पुलिस को बताया था कि महाराज के यहां काम करने वाली युवती सेवादार विनायक के साथ मिलकर महाराज को ब्लैकमेल कर रही थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि भय्यू महाराज के पास आधा दर्जन मोबाइल नंबर थे, जिनसे वे ब्लैकमेल करने वाली और अन्य युवतियों से बात करते थे।
इधर, बताया जा रहा है कि विनायक ने ब्लैकमेल करने वाली युवती को बहन बनाया था। वही उसे वेतन देता था। भय्यू महाराज की शादी के बाद से इस युवती ने उनके यहां जाना बंद कर दिया था। पुलिस महाराज की मौत का कारण पारिवारिक कलह को मान रही थी, लेकिन ड्राइवर कैलाश के बयानों के बाद ब्लैकमेल की बात सामने आई हैं।
इससे पुलिस की प्रारंभिक जांच पर सवाल खड़े हो रहे हैं। महाराज के अनुयायी पहले ही जांच पर लापरवाही का आरोप लगा चुके है। खजराना सीएसपी मनोज रत्नाकर ने पहले जांच की थी। अब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी दोबारा जांच करा रहे हैं।