इंदौर। शहर के गांधी नगर इलाके में यह दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 14 साल की नाबालिग लड़की का उसके पड़ौसी एवं मुंहबोले भाई ने ना केवल नशीली दवाएं देकर रेप किया बल्कि तांत्रिक क्रियाओं के नाम पर उसे प्रताड़ित भी किया। उसे नग्न करके तंत्र क्रियाओं के लिए बिठाया जाता था। इससे पहले उसका रेप किया जाता था। तांत्रिक क्रियाओं के दौरान उसे बेड़ियों से बांध दिया जाता था और लोहे की कीलों वाले चाबुक से पीटा जाता था। लड़की की मां को समझा दिया गया था कि लड़की पर काला साया है। इसलिए उसकी ऐसी हालत हो रही है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि- वह मेरे घर के पास ही रहता है, उसे मैं राखी बांधती थी। मुंहबोला भाई होने के नाते मैं और मेरा परिवार उस पर पूरा भरोसा करते थे। 13 नवंबर को वह मेरे घर आया था, उसे पता चला था कि मैं पग पायली (उल्टा पैदा हुआ बच्चा) हूं। इस पर उसने मुझे साथ चलने को कहा।
पहले तो वह मुझे अकेले छत पर ले गया और नशीली दवा देकर दुष्कर्म किया। जब होश में आई तो बोला- तेरे साथ जो भी हुआ है वह तू किसी को बोलेगी तो तेरी ही बदनामी होगी। मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। मैं तांत्रिक बाबा के साथ रहता हूं। तुझे तांत्रिक से नष्ट करवा दूंगा।
इस पर मैं डर गई। इसके बाद तो सिलसिला शुरू हो गया। इस काम में उस दरिंदे की मां और दादी भी साथ देते। वह दरिंदा और एक तांत्रिक घर में मोमबत्तियां, कटे नींबू, लोहे की कीलें, गोबर के लेप व सिंदूर से हार फूल लगाकर निर्वस्त्र कर तंत्र क्रियाएं करते। तंत्र क्रियाओं से पहले वह मेरे साथ दुष्कर्म करता।
श्मशान में मुझे चिता की भस्म लगाकर प्रेत आत्माओं के साथ मिलन करवाने का बोलकर वे घंटों तक क्रियाएं करते थे। मुझे नशे गोलियां भी खिलाई। क्रियाओं के दौरान ये लोग मुझे लोहे की कीलों वाले चाबुक से मारते, अगरबत्ती से पूरे शरीर को दाग देते। कई बार बदहवास हालत देख मेरी मां और नानी ने मुझसे पूछा भी, लेकिन डर के मारे बोल नहीं पाती थी।
लगातार नशा दिए जाने से मेरी मानसिक स्थिति कमजोर होने लगी। शरीर पर तंत्र क्रियाओं की यातना से डरी-सहमी रहने लगी। मेरी हालत देख मां उस दरिंदे से पूछती तो वह उसे भूत-प्रेत का साया होना बताकर डरा देता था। चौकी बैठाना, जिन्न पैदा करना और पग पायली होने की शक्ति का अहसास करवाकर मुझसे सट्टे के नंबर खुलवाने जैसी हरकतों के लिए ये लोग तंत्र क्रियाएं करते थे। ये सब उसने धन के लालच में किया। बुधवार को मेरे सौतेले पिता, मां और नानी मुझे बेसुध और बेड़ियों में जकड़ी हालत में बाल कल्याण समिति के ऑफिस लेकर गए। वहां पूरा मामला बताया। इसके बाद पुलिस में शिकायत की।