इंदौर/रतलाम। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि छापों अनुपातहीन संपत्ति की मालिक निकली जनजातीय कार्य विभाग खरगोन की सहायक आयुक्त शकुंतला डामोर द्वारा भ्रष्टाचार के पैसों से सैलाना में तीन करोड़ की जमीन खरीदने की भी जानकारी मिली है। यह जमीन उसने खुद और रिश्तेदारों के नाम पर खरीदी थी। डीएसपी संतोषसिंह भदौरिया के मुताबिक जांच में सामने आया कि डामोर भष्ट्राचार से एकत्र किए गए रुपए जमीन खरीदने में लगाती थी।
डीएसपी भदौरिया ने कहा कि उसने सैलाना के पास एक गांव में 30 एकड़ जमीन खरीद रखी थी। डामोर ने अपने पति, बेटों के नाम पर भी संपत्ति खरीदी है। लोकायुक्त पुलिस सोमवार को उसे फिर से कोर्ट में पेश करेगी। डीएसपी के मुताबिक डामोर पर झाबुआ पोस्टिंग के दौरान किए गए भष्ट्राचार की जांच के लिए शासन से उसका सर्विस रिकार्ड मांगा है जो एक-दो दिन में मिल जाएगा। डामोर झाबुआ में पदस्थ थी, तब उसने छात्रावास अधीक्षक की पोस्टिंग करने के लिए रुपए लिए थे, छात्रावास में नियम विरुद्ध खरीदी भी की थी। छात्रावास में कोई भी सामान खरीदने के लिए पालक समिति की सहमति जरूरी होती है, लेकिन डामोर ने मनमाने तरीके से लाखों रुपए की खरीदी की।
जुलवानिया में चार बीघा पति के नाम, दो बीघा बेटे की
लोकायुक्त टीम रविवार को डामोर को रतलाम ले गई। यहां उसका और उसकी ननद का मकान बनाने वाले इंजीनियर के दो बत्ती स्टेडियम मार्केट स्थित कार्यालय जाकर जानकारी ली। टीम ने मकान बनाने की लागत और भुगतान को लेकर दस्तावेजों के मान से सत्यापन कि या। टीम जुलवानिया भी गई। यहां डामोर के पति के नाम पर चार बीघा तो बेटे के नाम पर दो बीघा जमीन खरीदी गई है।