भोपाल। प्रदेश CONGRESS के एक प्रतिनिधि मंडल ने आज मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ( Chief Electoral Officer ) से मुलाकात कर मतगणना स्थल पर जियो नेटवर्क के स्थान पर भारत सरकार के बीएसएनएल नेटवर्क का ही वेबकास्टिंग एवं CCTV कैमरों के कार्य में उपयोग करने की मांग है।
प्रदेश कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को प्रेषित पत्र में लिखा गया है कि प्रदेश में संपन्न विधानसभा चुनाव के मतदान की मतगणना आगामी 11 दिसम्बर को प्रत्येक जिले के जिला मुख्यालयों पर की जाना है। मतदान के बाद से ही सभी EVM प्रदेश के निर्धारित स्ट्रांग रूम में रखी गई हैं। जहां पर चुनाव आयोग के निर्देशानुसार व्यवस्था की गई है लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी एवं उनके प्रतिनिधि जो ईवीएम मशीनों की निगरानी की दृष्टि से स्ट्रांग रूम के पास तैनात है, उनके द्वारा बार-बार शिकायत की जा रही है कि बिजली गुल होने के नाम पर ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि बार-बार बिजली गुल होने पर कैमरे बंद हो जाते हैं तथा यह स्थिति कई स्थानों पर घंटों बनी रहती है जिसकी शिकायत चुनाव आयोग के समक्ष की जाती रही हैं।
पत्र में लिखा गया है कि मतगणना स्थल पर बेवकास्टिंग/ सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी की जावेगी और उक्त कार्य हेतु जियो कंपनी के इंस्टूमेंट प्रयोग में लाये जा रहे हैं तथा जियो कंपनी के माध्यम से मतगणना दिवस को अनुचित स्थिति निर्मित होने की संभावना है, जिसमें कि ईवीएम मशीनों की हैकिंग भी शामिल है। जियो कंपनी के कर्मचारी विभिन्न तरह के इंस्टूमेंट लेकर ईवीएम मशीनों के आसपास घूम रहे हैं तथा वाईफाई आदि लगाने का कार्य कर रहे हैं। मतगणना स्थल पर बेवकास्टिंग/ सीसीटीवी कैमरे लगाने के संबंध में जानकारी प्राप्त हो रही है कि निजी संस्था द्वारा डोमन रजिस्ट्रर्ड कराया गया है जिसके माध्यम से बेवकास्टिंग की जावेगी तब यह निश्चित जानकारी नहीं दी जा रही है कि उक्त प्रक्रिया निर्वाचन आयोग के प्लेटफार्म पर की जायेगी या किसी अन्य प्लेटफार्म पर भी निर्मित रहेगी तथा ऐसी स्थिति में बेवकास्टिंग डाटा की फर्जिंग भी की जा सकती है जो निश्चित रूप से मतगणना की सत्यता को प्रभावित कर सकती है।
चुनाव आयोग को भेजे गये पत्र में यह भी लिखा है कि मतगणना स्थल पर बेवकास्टिंग/ सीसीटीवी कैमरे के नाम पर संघवी इन्फोटेक के इंजीनियर स्ट्रांग रूम के पास ही कार्य करते देखे गये हैं, जबकि उक्त कार्य मतगणना स्थल पर होना चाहिए न कि स्ट्रांग रूम के पास। उक्त कार्य के नियोजन में नियुक्त व्यक्ति भी संदेहास्पद स्थिति में प्रतीत होते हैं। इसलिए इन्हें लेपटाप एवं अन्य डिवाईस लेकर मतगणना परिसर में प्रवेश न दिया जाये। मतगणना स्थल पर बेवकास्टिंग/ सीसीटीवी कैमरे का कार्य करने वाले इंजीनियरर्स द्वारा यह जानकारी दी गई है कि वे जियो नेटवर्क पर ही सिस्टम इंटीग्रेशन का कार्य करेंगे जो कि आपत्तिजनक है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने निर्वाचन आयोग से मिलकर आग्रह किया है कि मतगणना दिवस को ईवीएम मशीनों के मतों की गणना के लिए बेवकास्टिंग एवं कैमरे लगाने के कार्य में गुजरात की कंपनी को कार्य न दिया जाये तथा शासकीय बीएसएनएल का नेटवर्क उपलब्ध होने की दशा में जियो नेटवर्क का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। जिससे कि विश्वसनीयता बनी रह सके एवं 11 दिसम्बर, 2018 को ईवीएम मशीनों के मतों की गणना निष्पक्ष एवं स्वतंत्र रूप से संपन्न हो सके, जो कि न्यायोचित एवं न्याय हित में होगा। प्रतिनिधि मंडल में चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जे.पी.धनोपिया, मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता, कांग्रेस प्रत्याशी पी.सी. शर्मा, महेन्द्र सिंह चैहान, गिरीश शर्मा, ईश्वर सिंह चैहान, आ.पी. सिंह, कृष्णा घाड़गे, राम पांडे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।