भोपाल। मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ ग्रहण करने से पहले अपनी सरकार की प्राथमिकताएं एवं योजनाएं बताईं हैं। शिवराज सिंह सरकार के वित्तमंत्री जयंत मलैया ने कहा था कि यदि किसानों का कर्ज माफ किया तो कर्मचारियों को वेतन देने के लिए पैसे नहीं बचेंगे। कमलनाथ ने इसका जवाब दिया है कि वो कहां से पैसा लाएंगे। बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां मिलेंगी या नहीं, इसका जवाब भी सामने आ गया है।
मनोनीत मुख्यमंत्री कमलनाथ से भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार श्री रवींद्र कैलासिया से बात कर रहे थे। उन्होंने क्या कुछ बताया, पढ़िए:
पहली तीन प्राथमिकताएं:
पहली प्राथमिकता किसानों की कर्ज माफी है। दूसरी प्राथमिकता युवाओं को रोजगार देना और तीसरी प्राथमिकता महिलाओं को सुरक्षित माहौल देना।
प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर क्या श्वेत पत्र:
प्रदेश सरकार का खजाना खाली पड़ा है। बड़ा कर्ज है। वित्तीय संकट की स्थिति है। शिवराज सरकार को हमने स्थिति स्पष्ट करने के लिए पत्र लिखा था और श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की थी। शीघ्र ही हम इस पर कोई निर्णय लेंगे।
खाली खजाने से किसानों की कर्ज माफी कैसे हो पाएगी?
कर्ज माफी के लिए हम नई सोच से संसाधन जुटाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की कर्ज माफी का जो वादा किया है, उसे पूरा किया जाएगा।
बेरोजगारों को रोजगार देने' की क्या कार्ययोजना है?
प्रदेश में जो भी उद्योगपति निवेश करेगा उसे प्रोत्साहित करेंगे। इसके एवज में शिक्षित युवा बेरोजगारों को रोजगार की गारंटी उससे ली जाएगी। उस निवेशक को भी प्रोत्साहित करने के लिए 25 फीसदी अनुदान देने के वचन को पूरा करेंगे।
शपथ लेने के बाद 100 दिन की कार्ययोजना
जनता में 15 साल से निराशा का भाव था, जिसे दूर करेंगे। हम ऐसी कार्ययोजना तैयार करेंगे, जिससे अगले 100 दिन में प्रदेश की जनता को लगे कि नई सरकार उनकी अपनी सरकार है।
शिवराज सिंह चौहान की योजनाएं चालू रहेंगी या बंद हो जाएंगी
हम पिछली सरकार की योजनाओं की समीक्षा करेंगे। उनका विस्तृत अध्ययन करेंगे, क्योंकि उनकी कई योजनाएं तो चुनावी वर्ष में सिर्फ जनता को गुमराह करने के लिए लाई गई थीं। जनता के नाम पर दूसरे लोगों ने लाभ उठाया और जमकर भ्रष्टाचार हुआ। योजनाओं की समीक्षा के बाद उनका भविष्य तय किया जाएगा।