इंदौर। अंचल के किसानों को सीएम कमलनाथ द्वारा की गई सशर्त कार्जमाफी पसंद नहीं आई। वो नाराज हो गए हैं। फिलहाल यूरिया की लाइन में हैं, इसलिए सड़कों पर नजर नहीं आ रहे हैं। बुरहानपुर में किसानों ने नाराजगी जताई है। भाजपा ने इस अवसर का लपक लिया और किसानों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है। बुरहानपुर से कमलनाथ को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया गयाहै।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने वचन पत्र की घोषणाओं का जोरशोर से प्रचार किया वचन पत्र में किसानों के 02 लाख रूपए तक के कर्ज माफी का वादा किया गया था। अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई है, लेकिन सरकार कर्ज माफी के लिए कई नियम और शर्ते लगा दी हैं। जिससे बुरहानपुर के किसान नाराज हो गए है। किसानों ने सीएम कमलनाथ के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देकर यह मांग की है कि किसानों का सभी तरह का कर्ज माफ किया जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि कर्ज माफी में जो बदलाव किया गया कि ‘31 मार्च 2018 की स्थिति में जो किसान डिफाल्टर हो गया है, उसी का कर्ज माफ किया जाएगा’ इसे बदल कर किसानों का सभी तरह का कर्ज माफ करते हुए कांग्रेस अपने वचन पत्र में किए गए वादे का शब्दशः पालन करे। यदि ऐसा नहीं किया गया तो किसान आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
भाजपा ने प्रदर्शन की तैयारियां शुरू कर दीं
अवसर की तलाश में बैठे भाजपा नेताओं ने विरोध प्रदर्शन की तैयारियां शुरू कर दीं हैं। वो किसानों से संपर्क कर रहे हैं। कर्जमाफी के ऐलान के समय भी भाजपा नेताओं ने कर्जमाफी को नाकाफी बताया था परंतु इन दिनों किसान अपने खेत और फसल के काम में है अत: वो सबकुछ नहीं हो पाया जिसकी भाजपा को उम्मीद थी।