छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में ब्लेम-गेम की राजनीति नहीं करूंगा। योजनाओं को बंद करने या उनके नाम बदलने को लेकर अभी कोई विचार नहीं है, लेकिन जो योजनाएं लोगों के हित की नहीं होगी, उसकी समीक्षा जरूर की जाएगी। मैं दुर्भावना से काम नहीं करूंगा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज को उन्होंने बड़ा दिलवाला बताते हुए कहा कि छिंदवाड़ा के विकास में शिवराज ने कभी अड़ंगा नहीं लगाया।
कमलनाथ ने संकेत दिए कि राज्य सरकार की योजनाएं अब किसी राजनीतिक व्यक्ति के नाम पर नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि योजनाओं का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी या किसी क्षेत्र के नाम पर रखना चाहिए। जैसे छिंदवाड़ा से दिल्ली जाने वाली ट्रेन का नाम मैंने पातालकोट एक्सप्रेस रखा। ऐसे ही कलेक्टर का नाम भी बदला जा सकता है। हमें नए तरीके से सोचना होगा और कुछ सीढ़ियों की छलांग लगानी पड़ेगी। एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर फिल्म पर उन्होंने कहा कि जिसे फिल्म देखना है, देखे और अपनी राय बनाए।
मोनोरेल की संभावना तलाशेंगे
कमलनाथ ने कहा कि मैंने नगरीय विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मप्र के शहरों में मोनोरेल चलाने की संभावनाओं को तलाशें। उन्होंने बताया कि हिताची कंपनी ने मुझे प्रेजेंटेशन दिया था मुझे यह आइडिया अच्छा लगा। कमलनाथ ने बताया कि आनंद महिंद्रा ने मुझे एक ईमेल भेजकर बड़ा प्रस्ताव भेजा है। मप्र में होने वाली इन्वेस्टर समिट को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे शोबाजी नहीं करना है।