नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में बाहरियों को नौकरी में रोक के मामले में भाजपा हमलावर हो रही है। यूपी/बिहार के क्षेत्रीय दलों के नेताओं के अलावा भाजपा के कई नेताओं ने सीएम कमलनाथ पर हमले किए हैं। उनके बंगले के बाहर उनकी नेपप्लेट पर कालिख भी पोती गई। अब केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि कमलनाथ ने तो सत्ता में आते ही मध्यप्रदेश में एनआरसी लगा दिया।
कमलनाथ के बारे में क्या कहा गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू
एनआरसी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में रिजिजू ने कहा कि हमारा एनआरसी विदेशियों के लिए है. इसे लेकर शोर थमा नहीं है बल्कि उसकी प्रक्रिया चल रही है लेकिन कमलनाथ ने तो मध्य प्रदेश में एनआरसी लगा दी है। बता दें कि एमपी के सीएम कमलनाथ ने कहा है कि उनके राज्य में ज्यादातर नौकरियां यूपी बिहार के लोगों के हिस्से में चली जाती हैं। इसलिए उन्होंने प्राइवेट कंपनियों से कहा है कि अगर उन्हें उद्योग लगाने के लिए छूट चाहिए तो मध्य प्रदेश के युवाओं को नौकरियों में रिजर्वेशन दें।
जानिए क्या है NRC, विवाद क्यों
नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन यानी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर जिसे संक्षिप्त में एनआरसी कहते हैं। एनआरसी से पता चलता है कि कौन भारतीय नागरिक है और कौन नहीं। जिनके नाम इसमें शामिल नहीं होते हैं, उन्हें अवैध नागरिक माना जाता है और अवैध नागरिकों को इलाके से बाहर जाने के लिए कह दिया जाता है। भारत के असम इत्यादि सीमावती राज्यो में पड़ौसी देशों से नागरिकों की घुसपैठ होती रहती है। वो भारतीय नागरिक नहीं होते परंतु भारत में अवैध रूप से निवास करते हैं। उनकी पहचान करने के लिए एनआरसी तैयार किया जाता है। असम में बांग्लादेश से आए घुसपैठियों पर बवाल के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एनआरसी अपडेट करने को कहा था। पहला रजिस्टर 1951 में जारी हुआ था। ये रजिस्टर असम का निवासी होने का सर्टिफिकेट है।