इंदौर। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं सीएम सीट के दावेदार कमलनाथ ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि हर राउंड की गिनती के बाद प्रमाण पत्र दिया जाए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी व्ही एल कांताराव ने भी आदेश जारी किए थे परंतु यहां रजनीश श्रीवास्तव, उप निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा। वोटों की गिनती चुनाव आयोग के नियमानुसार ही होगी।
रजनीश श्रीवास्तव, उप निर्वाचन अधिकारी ने यहां बताया कि मतगणना के दौरान कांग्रेस को हर राउंड के बाद प्रमाण-पत्र नहीं दिया जाएगा। उन्हें हर बार की तरह गणना पत्रक ही मिलेगा। अंतिम गणना के बाद ही प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। हालांकि कांग्रेसी अब भी इस मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि जिस तरह पिछले कुछ चुनावों में प्रत्येक राउंड के बाद प्रमाण-पत्र दिया गया था, इस बार भी ऐसा किया जाए।
दरअसल, उप चुनाव के दौरान ईवीएम को लेकर गड़बड़ी की आशंका और मतों के उटलटफेर से बचने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा आजमाए गए फॉर्मूले को कांग्रेस 11 दिसंबर को होने वाली मतगणना में भी आजमाना चाह रही थी। इसे लेकर 6 दिसंबर को सभी प्रत्याशियों को समझाइश दी गई थी कि वे हर राउंड की गणना में किसे-कितने मत मिले, इसका प्रमाण-पत्र जरूर लें। इसके बाद ही अगला राउंड शुरू करवाएं।
CONGRESS पहले भी आजमा चुकी यह तरीका
पहले भी कांग्रेस यह तरीका अटेर, मुंगावली, कोलारस और चित्रकूट उपचुनाव के बाद गुजरात विधानसभा चुनाव में आजमा चुकी है। इन जगहों पर पार्टी के पक्ष में परिणाम रहे थे। पार्टी के अनुसार मतगणना के दौरान होने वाली गड़बड़ी रोकने के लिए यह तरीका अपनाया जाएगा। इसी तरह की अन्य बातें समझाने के लिए प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं को बुलाया था। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल के मुताबिक पार्टी कमान से निर्देश मिले हैं कि हर गणना के बाद प्रमाण-पत्र लें। प्रमाण-पत्र न मिले तो उम्मीदवारों सहित सभी उप निर्वाचन अधिकारी के हस्ताक्षर वाले गणना पत्रक ही दिए जाएं।