भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया का कहना है कि यदि कमलनाथ सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया तो वो सरकारी कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पाएगी। उनका कहना है कि किसानों की कर्जमाफी प्रदेश के लिए आर्थिक संकट लेकर आएगी। इस कदम से प्रदेश के खजाने की स्थिति गंभीर हो जाएगी।
बेशर्म बोल: जैसा खाली खजाना हमें मिला था वैसा ही वापस कर रहे हैं
उन्होंने कहा कि 15 साल पहले कांग्रेस ने जिस हालत में खजाना हमें सौंपा था, हमने भी उसे वैसी ही स्थिति में लौटाया है। मलैया ने कहा कि मप्र पर राष्ट्रीयकृत बैंकों का 34 से 36 हजार करोड़ रुपए का कर्ज बाकी है। सब कुछ मिलाकर देखा जाए तो मप्र एक लाख 65 हजार करोड़ रुपए के कर्ज में है और करीब दो हजार करोड़ रुपए का ओवर ड्रॉफ्ट है। यदि कर्जमाफी होती है तो विकास के सारे काम बंद हो जाएंगे।
कहां से कमाएंगे KAMAL NATH
पूर्व वित्तमंत्री के इस बयान के बाद सवाल यह उठ गया है कि कर्जमाफी का वादा करके कांग्रेस ने सरकार तो बना ली लेकिन अब प्रदेश को चलाने के लिए पैसा कहां से लाएंगे। कमलनाथ विकास कार्यों के लिए कहां से कमाएंगे। उन्होंने पेट्रोल/डीजल पर टैक्स माफ करने का भी ऐलान किया था। तो फिर नई सरकार की कमाई का जरिया क्या होगा।