भोपाल। मध्यप्रदेश में 8 से 10 सीटें जीतकर सत्ता का मुख्य केंद्र में आने की योजना बनाए बैठीं मायावती की सारी प्लानिंग पर पानी फिर गया। बदले में उन्होंने बहुजन समाज पार्टी प्रदेश प्रभारी रामअचल राजभर से मध्यप्रदेश का प्रभार छीन लिया और प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार का डिमोशन करके उन्हे भोपाल जोन का महासचिव बना दिया गया है।
गौरतलब है कि जुलाई में ही अहिरवार को प्रदेश की कमान सौंपी गई थी। उनके पहले नर्मदा प्रसाद अहिरवार प्रदेश अध्यक्ष थे लेकिन प्रदीप अहिरवार भी मुश्किल से पांच महीने ही इस पर रह पाए। पार्टी में हुए बदलाव पर अहिरवार ने कहा कि बसपा में पद महत्वपूर्ण नहीं है, जो जिम्मेदारी दी गई है उसका निर्वहन किया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष का फैसला ही अंतिम होता है। बसपा का नया प्रदेश अध्यक्ष द्वारका प्रसाद चौधरी को बनाया गया है जबकि प्रदेश प्रभारी की कमान रामजी गौतम और अतर सिंह राव को सौंपी गई है।
04 थे, 10 का टारगेट था, 02 आए
पार्टी के पदाधिकारियों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में सीटें घट जाना प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मुख्य वजह रही। पिछले चुनाव में बसपा के 04 विधायक थे जबकि इस बार केवल 02 सीटों पर ही पार्टी प्रत्याशी जीत पाए। इनमें पथरिया और भिंड सीट शामिल है। इसके अलावा दूसरे नंबर पर भी केवल छह प्रत्याशी रहे। यह आंकड़ा भी पिछली बार से आधा है। इस कारण उम्मीद पर खरा न उतरने के कारण दाेनों प्रमुख पदाधिकारियों को हटा दिया गया।