भोपाल। प्रदेश में भले कांग्रेस की सरकार बन गई हो लेकिन रतलाम की एक सीट ऐसी चर्चा में रही जिसने तमाम राजनीतिक पंडितों के पूर्वानुमान को धूमिल कर दिया. वो है आलोट विधानसभा सीट, जहां एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (चपरासी) के बेटे ने केंद्रीय मंत्री के पुत्र को पटखनी दी है.
दरअसल जिस वक्त प्रेमचंद गुडडु और उनके बेटे अजीत बौरासी ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थामा था उस वक्त बीजेपी इस सीट पर एक तरफा जीत का दावा कर रही थी. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत भी इस सीट पर अपने विधायक बेटे जितेंद्र गहलोत की जीत को लेकर आश्वस्त थे. मगर कांग्रेस के नए नवेले चेहरे मनोज चावला का जादू ऐसा चला कि बीजेपी के दावे फेल हो गए.
बता दें कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी के ये वो बड़े नाम हैं जो आलोट विधानसभा की सीट बीजेपी की झोली में डालने में नाकाम रहे है. इस सीट से केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत के बेटे जितेंद्र गहलोत दूसरी बार मैदान में थे. लेकिन कांग्रेस के नए नवेले चेहरे मनोज चावला से चुनाव हार गए.