बलिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गाजीपुर में आयोजित रैली एक रैली को संबोधित किया। इस रैली से लौट रही गाड़ियों पर शनिवार की शाम को पथराव किया गया। इस पथराव में घायल हुए पुलिसकर्मी सुरेश कुमार वत्स की मौत हो गई है। घटना बलिया के गाजीपुर कठवा मोड़ के पास की है। आरोप है कि रैली से लौट रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) समर्थकों की गाड़ियों पर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पथराव किया। बाद में दोनों पक्षों की ओर से पत्थरबाजी होने लगी, जिसके चलते पुलिस को भी हस्तक्षेप करना पड़ा।
आरोप है कि इस पत्थरबाजी के दौरान पुलिस सिपाही सुरेश भी वहां मौजूद थे। पत्थरबाजी में सुरेश और दो अन्य सिपाही भी घायल हो गए। बाद में सिपाही सुरेश कुमार वत्स की मौत हो गई। हालांकि, इस पूरे मामले पर पुलिस प्रशासन का कोई भी अधिकारी अभी कुछ भी कहने से इनकार कर रहा है। घटना के बाद पुलिस ने निषाद पार्टी के आठ-दस लोगों को हिरासत में ले लिया है। मौके पर मिले वाहनों को जब्त करने के साथ बाकी हमलावरों की धरपकड़ के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है।
पत्थरबाजी के जवाब में BJP कार्यकर्ताओं ने भी बरसाए पत्थर
बता दें कि इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करने के साथ ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी किया। इस रैली में हिस्सा लेने के लिए आसपास के जिलों से बड़ी संख्या में बीजेपी समर्थक आए थे। रैली से लौटने के दौरान गाजीपुर कठवा मोड़ के पास बीजेपी समर्थकों की गाड़ियों पर एसबीएसपी के समर्थकों की ओर से अचानक पथराव शुरू हो गया। पथराव का जवाब बीजेपी समर्थकों ने भी ईंट-पत्थर चलाकर दिया। पथराव के चलते बीजेपी जनप्रतिनिधियों की गाड़ियां भी फंसी रहीं।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह दोनों तरफ के उग्र लोगों को शांत कराया और बीजेपी समर्थकों की गाड़ियां आगे रवाना कीं। बीजेपी नेताओं का दावा है कि राजभर समुदाय की भारी भीड़ गाजीपुर रैली में देखकर ओमप्रकाश राजभर के समर्थकों ने मायूसी में यह कदम उठाया है। गौरतलब है कि एसबीएसपी अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया और निमंत्रण मिलने के बावजूद रैली में नहीं गए।