भोपाल। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण कर ली परंतु अब मंत्रिमंडल एक बड़ी चुनौती है। हालांकि मध्यप्रदेश में मंत्रियों के नाम का चयन चुनौती नहीं है। लड़ाई तो विभागों के बंटवाने में होनी है। कुछ नाम ऐसे हैं जिन पर कोई संशय किया ही नहीं जा सकता। आइए देखते हैं, कौन कौन हैं मंत्री पद के प्रबल दावेदार:
आरिफ अकील: वर्तमान में कांग्रेस के वरिष्ठ मुस्लिम विधायक हैं। सामाजिक प्रतिनिधित्व और लोकल भोपाल में एक मंत्री तो होना ही चाहिए।
इमरती देवी: डबरा विधानसभा सीट से इमरती देवी, ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से मंत्री बनाई जा सकतीं हैं।
लक्ष्मण सिंह: दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह चाचौड़ा विधानसभा सीट से जीतकर विधायक बने हैं।
जीतू पटवारी: इंदौर की राऊ विधानसभा सीट से जीते जीतू पटवारी का नाम कैबिनेट में तय माना जा रहा है। पटवारी कमलनाथ के खास हैं और राहुल गांधी की टीम में भी आते हैं। देखना यह है कि इन्हे कौन सा मंत्रालय मिलता है।
सज्जन सिंह वर्मा: सोनकच्छ सीट से पूर्व मंत्री व विधायक सज्जन सिंह वर्मा कमलनाथ कोटे से हैं।
तुलसी सिलावट: इंदौर सीट विधायक तुलसी सिलावट प्रमुख दावेदार हैं।
विजयलक्ष्मी साधो: महेश्वर से विजयलक्ष्मी साधो काफी वरिष्ठ नेता हैं।
बाला बच्चन: निमाड़ से कांग्रेस के दिग्गज नेता बाला बच्चन कार्यकारी नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं।
सचिन यादव: कसरावद विधायक सचिन यादव पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के भाई हैं। कैबिनेट नहीं तो राज्यमंत्री का पद जरूर मिलेगा।
कमलेश्वर पटेल: सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल वरिष्ठ नेता हैं। कैबिनेट के हकदार माने जा रहे हैं।
तरुण भनोट: जबलपुर पश्चिम सीट से तरुण भनोट के कमलनाथ से काफी अच्छे रिश्ते हैं।
इनके अलावा कमलनाथ की कैबिनेट के लिए केपी सिंह, गोविंद राजपूत, हिना कावरे, एनपी प्रजापति, दीपक सक्सेना, संजय शर्मा (तेंदुखेड़ा), झूमा सोलंकी के नाम लगभग तय माने जा रहे हैं।