भोपाल। प्रदेश की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 15 दिसंबर को भोपाल में होगा। समारोह से दो दिन पहले ही शहर के तमाम कांग्रेसियों ने राजधानी में डेरा डाल लिया है। इनमें नवनिर्वाचित विधायकों, समर्थकों, जिला व शहर अध्यक्षों और पदाधिकारियों के साथ ही टिकट से वंचित रहे संगठन के लोग भी शामिल हैं। इंदौर से 200 से ज्यादा कांग्रेसी भोपाल पहुंचे हैं।
कांग्रेस के कार्यकर्ता और पदाधिकारी शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बनने से ज्यादा अपने आकाओं के सामने हाजिरी लगाने की कोशिश में जुटे हैं। 15 वर्षों से सत्ता से दूर ज्यादातर कांग्रेसी नई सरकार बनने के बाद किसी न किसी तरह का पद चाहते हैं। पदों में निगम मंडलों के साथ तमाम जमीनी कार्यकर्ताओं ने कॉलेज संस्थाओं की जनभागीदारी समिति के लिए भी दावा ठोंक दिया है। कांग्रेस के आला नेताओं तक संदेश पहुंचाकर मांग रखी गई है कि जिला स्तर पर 20 सूत्रीय कमेटी को भी नई सरकार जिंदा करे।
असल में अर्जुन सिंह के मुख्यमंत्री रहते प्रदेश के हर जिले में ऐसी कमेटियों का अस्तित्व था। कमेटियां जिला प्रशासन के कामों और नीतियों में दखल रखती थी। एक-एक जिले की कमेटी में कई कांग्रेसी नेताओं को सदस्य के तौर पर नियुक्ति दे दी जाती थी। वर्षों से सत्ता से दूर ज्यादातर कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने के लिए ऐसी 20 सूत्रीय जिला कमेटियों को नए नाम से फिर से लाने का मशविरा व मांग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सामने रखा जा रहा है।