भोपाल। मध्यप्रदेश की नव निर्वाचित सरकार के शपथ ग्रहण हेतु विधानसभा का पहला सत्र घोषित कर दिया गया है। यह 7 से 11 जनवरी तक चलेगा। सत्र के दौरान विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव होगा। इस सत्र में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का भी संबोधन होगा।
बता दें कि इसी सत्र में कमलनाथ सरकार को अपना बहुमत भी प्रदर्शित करना है। हालांकि भाजपा की ओर से अभी तक कोई चुनौती नही दी गई है परंतु भाजपा के विधायक दल ने अब तक अपना नेता प्रतिपक्ष भी नहीं चुना है। भाजपा का एक बड़ा वर्ग चाहता है कि सदन में कमलनाथ सरकार को गिरा दिया जाए।
कटनी में पूर्व मंत्री संजय पाठक ने बताया था कि शिवराज सिंह चौहान ने उन्हे कांग्रेस में तोड़फोड़ करने से मना कर दिया था। भाजपा सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के 4 से ज्यादा विधायक भाजपा के संपर्क में हैं जो धमाका कर सकते हैं। इन सभी को लोकसभा का टिकट दिया जाएगा या फिर मंत्रिमंडल में भी शामिल किया जा सकता है। हालांकि शिवराज सिंह का कहना है कि वो इस तरह की सरकार बनाना नहीं चाहते परंतु सवाल यह है कि क्या भाजपा हाईकमान शिवराज सिंह के निर्णय के साथ है।