मुरैना। सुमावली विधायक एदल सिंह कंषाना को मंत्री नहीं बनाए से नाराज उनके समर्थन में जिन कांग्रेस नेताओं ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ मोर्चा खोला था, उन्हें जिला कांग्रेस ने नोटिस जारी कर दिए हैं। नोटिस में इन नेताओं से 24 घंटे में जवाब मांगा गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि जवाब न देने पर उन्हें पार्टी से बर्खास्त कर दिया जाएगा। जिला कांग्रेस कार्यालय पर जिलाध्यक्ष राकेश मावई ने यह जानकारी दी। वे कांग्रेस के 134वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के बाद मीडियाकर्मियों से चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर मुरैना विधायक रघुराज कंषाना, दिमनी विधायक गिर्राज डंडौतिया, अंबाह विधायक कमलेश जाटव भी मौजूद थे।
जिलाध्यक्ष मावई ने कहा कि मप्र में जीत के बाद कांग्रेस हाईकमान ने कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से अपने-अपने आठ विधायकों के नाम मंत्री बनाने के लिए मांगे थे। दिग्विजय सिंह ने 8 लोगों की सूची में अपने बेटे-भतीजों के नाम तो भेज दिए, लेकिन एदल सिंह कंषाना का नाम उसमें शामिल नहीं किया। एदल सिंह दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में काम करते हैं। ऐसे में सिंधिया पर लगाए जा रहे उनके आरोप गलत हैं। यह अनुशासनहीनता के दायरे में आता है, इसलिए उन्हें नोटिस भेजे गए हैं।
...इधर, एदल समर्थकों ने दिए इस्तीफे:
उधर, कमलनाथ मंत्रिमंडल में सुमावली विधायक ऐदल सिंह कंषाना को मंत्री न बनाए जाने से नाराज उनके दो समर्थक पदाधिकारियों ने अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। शुक्रवार को युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष एदल विधूड़ी व अनुसूचित जाति विभाग के जिलाध्यक्ष अमरदीप जाटव ने मुख्यमंत्री कमलनाथ सिंह को इस्तीफा भेज दिया। दोनों पदाधिकारियों का कहना है कि संगठन विस्तार में क्षेत्रीय संतुलन में भारी कमी के कारण पार्टी में मुरैना-श्योपुर के कार्यकर्ताओं में असंतोष है। युकां जिलाध्यक्ष एदल विधूड़ी के साथ अभिषेक सिकरवार, अभय रियाना,कुनाल पाराशर, शिवम राजौरिया, दीपक राजौरिया, अवनीश कुशवाह, हेमंत प्रजापति आदि ने भी इस्तीफा दिया है। वहीं अमरदीप जाटव के साथ वीरेंद्र सिंह इंदौलिया, पप्पू लाल माहेश्वरी, डॉ. महेंद्र सोलंकी, सुरेंद्र नाथ, जितेंद्र जाटव, गांधीपाल जाटव, मुकेश जाटव, रवि बसेड़िया आदि ने त्याग पत्र दिया है।