भोपाल। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अफसरों से कहा है कि अब दृष्टिकोण बदलने की जरूरत है। नीति या नियम बदलने से कुछ नहीं होगा, व्यवस्था व डिलीवरी सिस्टम को बदलना होगा। उन्होंने मुख्य सचिव को कांग्रेस पार्टी का वचन-पत्र सौंपते हुए कहा कि यह जनता की अपेक्षाओं का दस्तावेज है। इसे हर वर्ग ने तैयार किया है।
कमलनाथ ने अधिकारियों से कहा कि नये संसाधनों को तलाशने और ‘आउट ऑफ बाक्स’ सोच अपनानी होगी। फिजूल खर्ची को रोकना होगा। साथ ही, उन्होंने अधिकारियों से चेताते हुए कहा कि ग्राम, ब्लॉक, तहसील या कलेक्टोरेट में होने वाला काम यदि नहीं हुआ और व्यक्ति मेरे पास आया तो ऐसे अफसर को मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। जो मेरे सामने खड़े होकर कहे, मैं करवा दूंगा।
सजावटी निगम-मंडल, विभाग बंद होंगे:
कमलनाथ ने कहा कि ग्राम पंचायत से लेकर मंत्रालय तक परिवर्तन लाना होगा। कौन से ऐसे विभाग हैं, जिन्हें सक्षम बनाने की जरूरत है। कौन से विभाग ऐसे हैं, जिन्हें बंद करना उचित होगा। इस दिशा में भी सोचें। कई निगम-मंडल सजावटी बन गए हैं। कहां फिजूल खर्ची हो रही है, यह देखना होगा। यह काम प्रशासनिक टीम की क्षमता व राजनीतिक इच्छाशक्ति से हो सकता है।