भोपाल। कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री किसानों की कर्जमाफी जिस तरीके से करना चाहते हैं, वह प्रदेश के किसानों के साथ वादाखिलाफी है। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में प्रदेश के सभी किसानों के 2 लाख तक का कर्ज माफ किए जाने का वादा किया था, अब सरकार बन जाने पर मुख्यमंत्री सिर्फ 31 मार्च, 2018 तक के कर्जदार किसानों के कर्ज माफ करने की बात कर रहे हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री एवं किसान कल्याण आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री बंशीलाल गुर्जर ने मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा सोमवार को टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित कर्जमाफी संबंधी चर्चा पर प्रतिक्रिया जताते हुए कही।
प्रदेश महामंत्री श्री गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस ने कर्जमाफी की बात पर प्रदेश के किसानों को अंधेरे में रखा है और उनके साथ छल किया है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले सभी किसानों के 2 लाख रुपए तक के कर्ज माफ करने की बात कही थी। लेकिन अब सरकार बन जाने के बाद कांग्रेस अपने इस वादे से मुकर रही है। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ अब सिर्फ 31 मार्च, 2018 तक के किसानों के कर्ज माफ करने की बात कर रहे हैं। श्री गुर्जर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के इस आदेश की परिधि में सिर्फ वे मुट्ठी भर किसान ही आएंगे, जो 31 मार्च 2018 की स्थिति में डिफाल्टर थे। जबकि कांग्रेस ने वादा सभी किसानों के कर्ज माफ करने का किया था। उन्होंने कहा कि ऐसा करके कांग्रेस सरकार किसानों के साथ पक्षपात कर रही है।
श्री गुर्जर ने कहा कि 1 अप्रैल से नया वित्तीय वर्ष शुरू होता है और मुख्यमंत्री कमलनाथ जैसा कह रहे हैं, उसके अनुसार वर्तमान वित्तीय वर्ष में कर्ज लेने वाले किसानों का कर्ज माफ नहीं किया जाएगा। यह प्रदेश के किसानों के साथ धोखा है। श्री गुर्जर ने मांग की कि कांग्रेस सरकार यदि वास्तव में प्रदेश के किसानों को राहत देना चाहती है, तो वह 30 सितम्बर, 2018 तक की स्थिति में कर्जदार किसानों के कर्ज माफ करे।