भोपाल। मध्यप्रदेश में हर रोज ईवीएम और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में खामी को लेकर चल रही उठापटक के बीच कमलनाथ दिल्ली पहुंच गए हैं। उन्होंने वहां राहुल गांधी से मुलाकात की। इससे पहले प्रत्याशियों की मीटिंग बुलाई गई थी। 10 प्रत्याशी अनुपस्थित थे। बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम बनाने की मांग उठ गई थी।
आधिकारिक तौर पर बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते कमलनाथ ने राहुल गांधी को फीडबैक दिया और भरोसा जताया कि 140 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि सीएम सीट के लिए दंगल शुरू हो गया है। फैसला राहुल गांधी को करना है अत: एक्ससाइज की जा रही है। कमलनाथ किसी भी कीमत पर इस मौके को गंवाना नहीं चाहते और कमलनाथ को नजदीक से जानने वाले पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि कमलनाथ की रणनीति के आगे ज्योतिरादित्य सिंधिया का जोश कमजोर पड़ जाएगा।
नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस सवर्ण विरोधी हो गई
सूत्रानुसार कांग्रेस के भाग्यविधाताओं का आंकलन है कि मुस्लिम, कर्मचारी, पिछड़े और दलित वोट उसके पक्ष में गिरे हैं। यही उनकी जीत का बड़ा आधार होगा। बताया जा रहा है कि 65 हजार से ज्यादा मतदान केंद्रों से फीडबैक लिया गया है। कांग्रेस के लिए बैक आॅफिस में काम करने वाले एक व्यक्ति का कहना है कि यह तो सुनिश्चित है कि कांग्रेस को भाजपा से ज्यादा सीटें मिलेंगी।