भोपाल। चुनाव प्रचार के दौरान जिस विवेक तन्खा को कमलनाथ ने साइड लाइन कर दिया था अब उन्हीं को लेकर दिल्ली चुनाव आयोग में मध्यप्रदेश के जिला निर्वाचन अधिकारियों की शिकायत करने पहुंचे। कपिल सिब्बल भी प्रतिनिधि मंडल में साथ थे। कमलनाथ ने उन कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों की शिकायत की जिन पर गड़बड़ी करने का संदेह है। कमलनाथ चाहते हैं कि आरोपित अधिकारियों को मतगणना से काम से अलग कर दिया जाए।
कमलनाथ ने चुनाव आयोग से कहा कि मध्य प्रदेश के हर जिले से शिकायत आ रही है चाहे वह EVM को लेकर हो, चाहे मशीनों के होटल में पाए जाने को लेकर हो। कमलनाथ ने मांग की है कि संबधित अधिकारियों को चुनाव कार्य से हटाया जाए। कमलनाथ ने यह भी मांग रखी कि पहले राउंड की काउंटिंग में जबतक हर पार्टी का सिग्नेचर नहीं होता दूसरे राउंड की काउंटिंग न शुरू की जाए. पहले राउंड का रिजल्ट घोषित किया जाए फिर दूसरा राउंड शुरू हो। हालांकि कमलनाथ की दूसरी मांग की जरूरत ही नहीं थी, चुनाव आयोग इसके निर्देश पहले से ही जारी कर चुका है।
कहां कहां हुईं हैं गड़बड़ियां
सागर में मतदान के 48 घंटे बाद दर्जनों ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम में लाई गईं। वाहन भी बिना नंबर का था।
भोपाल में स्ट्रांग रूम का सीसीटीवी कैमरा डेढ़ घंटे तक बंद रहा। कलेक्टर ने कहा बिजली गुल हो गई थी जबकि जिम्मेदार बिजली अधिकारी ने कहा कि बिजली चालू थी और स्ट्रांग रूम में कोई फाल्ट भी नहीं हुआ था।
सतना में स्ट्रांग रूम सील किए जाने के बाद पीछे के दरवाजे से कुछ लोग बॉक्स लेकर स्ट्रांग रूम में घुसे। सीसीटीवी में यह सबकुछ कैद हुआ।
रायसेन में सीसीटीवी कैमरा बंद हुआ।
शहडोल में कोतमा की ईवीएम मशीनें 72 घंटे बाद वापस आईं।
खरगोन में पिछले दरवाजे से ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम में लाई गईं।