भोपाल। मध्यप्रदेश और कांग्रेस में जिन कारणों से 'सिंधिया राजवंश' ज्यादातर लोगों के निशाने पर रहता है, एक बार फिर वही ड्रामा शुरू हो गया है। डबरा विधायक इमरती देवी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भगवान बताया था। अब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सिंधिया की प्रतिमा के सामने दंडवत प्रणाम किया।
मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार ग्वालियर आये प्रद्युम्न सिंह तोमर के समर्थकों ने उनका स्वागत किया। मंत्री तोमर अपने रोड शो की शुरुआत से पहले कटोराताल थीम रोड पर बने सिंधिया छत्री परिसर गए यहाँ उन्होंने स्वर्गीय माधव राव सिंधिया की प्रतिमा के सामने साष्टांग दंडवत किया उसके बाद उन्हें पुष्पहार पहनाये। मंत्री तोमर ने इस बार का विशेष ध्यान रखा कि यह सब कुछ मीडिया के कैमरों में जरूर कैद हो जाए।
इसी चापलूसी के कारण होता है सिंधिया का विरोध
इसमें कोई दो राय नहीं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के व्यक्तित्व में ना केवल एक आकर्षण हैं बल्कि को जनता को जोड़ने की चुम्बकीय क्षमता भी रखते हैं। आमजन में वो उस समय ज्यादा लोकप्रिय हो जाते हैं जब कहते हैं कि उन्हे 'श्रीमंत और महाराज' जैसे सामंतवादी संबोधनों से संबोधित ना किया जाए परंतु जब इमरती देवी और प्रद्युम्न सिंह तोमर जैसे नेताओं की चापलूसी की खबरें सामने आतीं हैं तो आमजन में सिंधिया का सहज विरोध शुरू हो जाता है। सिंधिया परिवार को इसका खामियाजा कई बार नजर आ चुका है। उम्मीद है ज्योतिरादित्य सिंधिया इस तरह के तमाशबीन नेताओं पर लगाम लगाएंगे।