भोपाल। मंत्रिमंडल में शामिल ना किए जाने से नाराज विधायक राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने इस्तीफे की धमकी दे दी थी। अब उन्हे दिल्ली तलब किया गया है। बता दें कि राज्यवर्धन सिंह बदनावर सीट से विधायक हैं। उन्होंने दिग्विजय सिंह पर भाई भतीजावाद का आरोप लगाते हुए इस्तीफे की धमकी दी थी।
राजवर्धन सिंह गुरुवार शाम अपने विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। राजवर्धन सिंह ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह, पूर्व उप मुख्यमंत्री जमुना देवी के रिश्तेदार उमंग सिंघार, सुभाष यादव के बेटे सचिन यादव को मंत्री बना दिया गया। मेरे पिता साधारण व्यक्ति थे इसलिए मुझे मंत्री नहीं बनाया गया। यह मेरा नहीं क्षेत्र की जनता का अपमान है।’ अपने संबोधन के दौरान भावुक होते हुए राजवर्धन ने कहा कि उनके खून में दोगलापन नहीं है। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें टिकट दिलाया था, वह इस्तीफा भी सिंधिया को सौंपेंगे। इसके बाद बड़ी संख्या में क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों ने भी अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश कर डाली थी।
कंसाना, केपी सिंह और बिसाहूलाल से बात हो चुकी है
बताया जा रहा है कि मुरैना के नेता एदल सिंह कंसाना, शिवपुरी के नेता केपी सिंह और अनूपपुर के नेता बिसाहूलाल सिंह से बातचीत हो चुकी है। अब उन्हे कोई आपत्ति नहीं है। राज्यवर्धन सिंह इन नेताओं के साथ दिल्ली नहीं गए थे, अत: उन्हे अलग से तलब किया गया है। राज्यवर्धन सिंह सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट के विधायक हैं।