भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतत: वो शब्द कह ही दिए जिसे सुनने के लिए भाजपा का आम कार्यकर्ता तड़प रहा था। शिवराज सिंह ने हरदा में कहा कि हम चाहते तो सरकार बना सकते थे, लेकिन उन्हें जोड़-तोड़ से सत्ता पाना पसंद नहीं। इसीलिए दावा पेश नहीं किया।
हरदा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 2008 के विधानसभा चुनाव की तुलना में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है। तब हमें 38 फीसदी वोट मिले। इस बार हमें 41 प्रतिशत मिले। हमारी 109 सीटें आईं। कांग्रेस को 114 मिली। स्पष्ट बहुमत उन्हें भी नहीं मिला। इसका मतलब है कि न तो कांग्रेस चुनाव जीती है और न ही भाजपा हारी है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरदा में शुक्रवार शाम छह बजे कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा वे चाहते तो सरकार बना सकते थे, लेकिन उन्हें जोड़-तोड़ से सत्ता पाना पसंद नहीं। इसीलिए दावा पेश नहीं किया। अगली बार पूरे बहुमत से आर-पार चुनकर आएंगे।
इससे पहले सिवनी मालवा पहुंचे शिवराज ने कहा कि वोट कांग्रेस से कम नहीं मिले हैं। हम थोड़ी सी सीटों में पिछड़े हैं, पर हिम्मत मत हारना। मैं अभी जिंदा हूं। विकास के कार्य जारी रखने के लिए मजबूर करेंगे। सभी योजनाओं के पैसे रख कर गया हूं। यह सरकार कब तक की है पता नहीं। मैंने सोयाबीन, मूंग, गेहूं मक्का सभी के पैसे रख कर गया हूं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को 1 माह का समय दिया है। उसे हर किसान का पूरा कर्ज माफ करना होगा। 31 मार्च 2018 तक का बेरियर छन्ना लगाया तो ऐसा नहीं चलेगा। सीधे मैदान में डटकर मुकाबला करेंगे। श्री चौहान ने कहा कि गेहूं 2100 व सोयाबीन की खरीदी के लिए मैं खजाने में रुपया छोड़कर आया हूं। अभी खाद के संकट और बिजली कटौती की बातें सामने आने लगी हैं। इसके लिए सरकार को बेहतर काम करना चाहिए।