नई दिल्ली। महाराष्ट्र में ठंड ने 27 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। राज्य का सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस धुले में दर्ज हुआ। वहीं, नागपुर का न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस, पुणे का न्यूनतम तापमान 6.6 सेल्सियस दर्ज किया गया। महाबलेश्वर के वेन्ना तालाब के पास ओस की बूंदे बर्फ में तब्दील हो गई। सैलानियों ने बर्फ जमने का मजा लिया।
मौसम विभाग के डॉ. अरविन्द श्रीवास्तव ने बताया कि कश्मीर में हो रही बर्फबारी के कारण महाराष्ट्र में सर्द हवाएं आ रही हैं। इसके कारण कई जिलों में ठंडी बढ़ी है। आने वाले समय भी ठंड से लोग ठिठुरने के लिए मजबूर रहेंगे। बता दें, नागपुर में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस, धुले में 3.2 डिग्री, पुणे शहर में 7.6 डिग्री, पुणे पाषाण इलाके में 6.6 डिग्री, जलगांव में 6.4 डिग्री, नासिक में 6.9 डिग्री, औरंगाबाद में 8.2 डिग्री, परभणी में 8.9 डिग्री, अकोला में 8.5 डिग्री, बुलढाणा में 8.5 डिग्री, वाशिम में 9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
अकोला में ठंड से मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को नए कम्बल दिए गए है। बावजूद इसके मरीज और उनकी तीमारदारी कर रहे लोग धूप सेंकते नजर आए। वहीं, वाशिम शहर में ठंड के कारण रात नौ बजे ही सड़क पर सन्नाटा छाया नजर आया। सबसे चौंकाने वाली बात है कि महाबलेश्वर में पारा इतना नीचे गिर गया कि वेन्ना तालाब के सटे हुए इलाके में ओस की बूंदे बर्फ में तब्दील हो गई और सैलानी इस ओस से बने बर्फ की चादर का मजा लेते नजर आए। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक यानि साल के अंत तक ठंड का सितम ऐसे ही जारी रहेगा।