नई दिल्ली। भाजपा नेता उमा भारती को फायरब्रांड कहा जाता था परंतु 2014 लोकसभा चुनाव के बाद वो अपनी पहचान खोती जा रहीं थीं। वो प्रश्नों के डिप्लोमेटिक जवाब देने लग गईं थीं। साध्वी का भेष था परंतु ईमानदारी और साफगोई गायब हो गई थी परंतु अब शायद वो अपने पुराने फायरब्रांड किरदार में लौट आईं हैं। उन्होंने पहला हमला यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर किया है।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ द्वारा की गई इंस्पेक्टर की हत्या और एक युवक की मौत पर उमा भारती ने कहा है कि अगर योगी सरकार सजग होती तो यह घटना नहीं होती। उमा भारती ने कहा कि ये ऐसा संकेत है जिसपर मुख्यमंत्री योगी को विचार करना ही होगा। इतनी बड़ी तादाद में लोग जुटे थे। रहस्यलोक बना लिया था। योगी जी को ध्यान रखना चाहिए। बहुत दुखद है और चिंताजनक है। अगर इस पर उनकी नज़र होती तो ये घटना नहीं होती।
EVM से वोटिंग पर भी सवाल उठाए
हाल ही में खत्म हुए मध्य प्रदेश के चुनावों में एक बार फिर से ईवीएम पर उठ रहे सवालों पर उमा भारती ने कहा कि एक बार चुनाव आयोग ने सभी दलों को बुलाया था और यह साबित करने को कहा था कि EVM में टेंपरिंग कैसे होती है, लेकिन लोग गए ही नहीं। EVM को लेकर जो सवाल उठ रहे रहे हैं, चुनाव आयोग को उन्हें दूर करना चाहिए। दुनिया में कई देश ऐसे हैं जो टेक्नोलॉजी में हमसे आगे हैं लेकिन वहां EVM से वोटिंग नहीं होती।