भोपाल। पाकिस्तान में बैठकर भारतीयों से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के छह बदमाशों से एसटीएफ को 40 से ज्यादा बैंक खातों और 30 से अधिक डेबिट कॉर्ड का पता चला है। यह ई-वॉलेट्स और ऑनलाइन ट्रांसफर के माध्यम से करोड़ों का ट्रांजेक्शन करते थे। इन्होंने आठ सालों में कई भारतीयों को ठगा है।
एसटीएफ एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से बैंक खाता प्रोवाइड करने वाले पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत से जेल भेज दिया गया है। मुख्य आरोपी पुष्पेंद्र सिंह उर्फ छोटू निवासी सतना हाल कल्प कामधेनू नगर का पांच दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है।
पुष्पेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह बीते आठ सालों से लगातार इस काम में लिप्त है। उसके द्वारा अपने रिश्तेदारों, परिचितों, दोस्तों के कई बैंक खातों को इसमें उपयोग किया जा चुका है। साथ में कुछ नए बैंक खातों के लिए वह अपने दोस्तों के तीन से पांच प्रतिशत कमीशन का लालच देकर नए-नए बैंक खाते प्राप्त कर लेता है।
अभी तक इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (13), ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स (2), आईसीआईसीआई बैंक (4), कॉरपोरेट बैंक (1), पंजाब नेशनल बैंक (3), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (1), एक्सिस बैंक (3), बैंक ऑफ महाराष्ट्र (1), कोटेक महिंद्रा बैंक (3), एचडीएफसी (1), यूसीओ बैंक (2), विजय बैंक (1), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (2), केनरा बैंक (2) और सिंडिकेट बैंक (1) बैंक के खातों का उपयोग किया जा चुका है।
सिंह ने बताया कि आरोपी मनीष भालसे की प्रेमिका सागर के एक कॉल सेंटर में काम करती है। हमें शंका है कि यह कॉल सेंटर के माध्यम से पाकिस्तान में बातचीत करते थे। इरफान, परवेज और अरशद ये पाकिस्तान के नागरिक हैं जो आरोपी पुष्पेंद्र के संपर्क में हैं। इसके अकाउंट में रोजाना एक से दो लाख रुपए ट्रांजेक्शन होता था। एक दिन साढ़े तीन लाख रुपए भी ट्रांजेक्शन हुआ था।
दो बैंक अकाउंट में करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ: उल्लेखनीय है कि आरोपी पुष्पेंद्र ने कई बैंक खातों में उनके डेबिट कार्ड के माध्यम से उनका रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर भी बदल दिया है। इससे उस खाते के हर ट्रांजेक्शन पर उसकी निगाह रहती थी। खुद का बैंक खाता पाकिस्तानी हेंडलर्स द्वारा दिए गए बैंक खातों में राशि ट्रांसफर करने के लिए किया जाता था।
आरोपी के कैनरा बैंक के खाते में पिछले एक वर्ष की अवधि में 1,43,76,000-00 का और कोटक महिंद्रा बैंक के खाते में चार माह की अवधि में लगभग 50,00,000-00 का ट्रांजेक्शन होना पाया गया है। इन दोनों बैंक खातों के अलावा आरोपी ने उसके साथी सुजीत सिंह का बैंक खाता भी पाकिस्तानी हेंडलर्स के बैंक खातों में राशि भेजने के लिए किया जाता था। अन्य दो साथी की तलाश के लिए एसटीएफ टीमें रवाना की गई हैं। पुष्पेंद्र के इंदौर में और कितने साथी थे इसकी भी जानकारी निकाली जा रही है।