RAIPUR: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को लेकर संस्पेंस गहराता जा रहा है। इस बीच जहां समर्थकों का जमावड़ा कांग्रेस मुख्यालय 'राजीव भवन' के सामने लग गया है, वहीं विधायकों को नजरबंद कर दिया गया है। सभी विधायकों को मीडिया से मिलने, बाहर जाने और किसी से भी बात करने पर रोक लगा दी गई है। माना जा रहा है कि विधायक सुबह से मीडिया से बात कर रहे थे, ऐसे में यह कदम उठाया गया है।
एक ओर जहां छत्तीसगढ़ को लेकर दिल्ली में सीएम की कुर्सी फंसी हुई है, वहीं रायपुर में भी विधायकों को कांग्रेस मुख्यालय में रोक लिया गया है। मुख्यालय का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया है। वहीं दूसरे तल पर जहां विधायक दल की बैठक होनी है, वहां बैरिगेट लगाकर नोबडी एलाउड का पोस्टर लगा दिया गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। हलांकि उससे पहले ही नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव और पीसीसी चीफ भूपेश बघेल के रायपुर व भिलाई स्थित बंगले की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहां पायलेटिंग गाड़ियां भी पुलिस की पहुंच गई हैं। वहीं दुर्ग में भी ताम्रध्वज साहू के घर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी पहुंच गए हैं। तीनों नेताओं के बंगले पर समर्थकों का जमावड़ा लग गया है और समर्थन में नारेबाजी हो रही है।
17 दिसंबर को होगा नई सरकार का शपथ ग्रहण
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद 17 दिसंबर को नई सरकार शपथ लेगी। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने बताया कि रविवार को विधायक दल की दोपहर 12 बजे बैठक होगी। इसके बाद कांग्रेस नेता राजभवन जाकर राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और विधायकों की सूची सौंपेंगे। फिर 17 दिसंबर सोमवार को साइंस कॉलेज में शाम 4.30 बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होगा।